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इमरजेंसी के काले दिन याद दिलाते हैं कि कांग्रेस ने कैसे भारत के संविधान को रौंदा है: पीएम मोदी
नई दिल्ली। इमरजेंसी के आज 50 वर्ष पूरे हो गए हैं। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बैक टू बैक 4 पोस्ट किए हैं। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी के काले दिन याद दिलाते हैं कि कांग्रेस ने कैसे भारत के संविधान को रौंदा है।
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट में लिखा है कि आज का दिन उन सभी महान पुरुषों और महिलाओं को श्रद्धांजलि देने का दिन है जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया। डार्क डेज ऑफ इमरजेंसी हमें याद दिलाता है कि कैसे कांग्रेस पार्टी ने बुनियादी स्वतंत्रताओं को खत्म किया और भारत के संविधान को रौंद दिया।
पीएम ने कहा कि सत्ता पर काबिज रहने के लिए तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने हर लोकतांत्रिक सिद्धांत की अवहेलना की और देश को जेलखाना बना दिया। कांग्रेस से असहमत होने वाले हर व्यक्ति को प्रताड़ित किया गया और परेशान किया गया। सबसे कमजोर वर्गों को निशाना बनाने के लिए सामाजिक रूप से प्रतिगामी नीतियां लागू की गईं।
उन्होंने कहा कि इमरजेंसी लगाने वालों को हमारे संविधान के प्रति अपने प्रेम को दर्शाने का कोई अधिकार नहीं है। ये वही लोग हैं जिन्होंने अनगिनत मौकों पर अनुच्छेद 356 थोपा, प्रेस की स्वतंत्रता को खत्म करने वाला विधेयक पारित किया, संघवाद को नष्ट किया और संविधान के हर पहलू का उल्लंघन किया।
पीएम मोदी ने कहा कि जिस मानसिकता के कारण इमरजेंसी लगाया गया था, वह आज भी उसी पार्टी में मौजूद है जिसने इमरजेंसी लगाया था। वे संविधान के प्रति अपने तिरस्कार को अपने दिखावे के माध्यम से छिपाते हैं लेकिन भारत की जनता उनकी हरकतों को समझ चुकी है और इसीलिए उन्होंने उन्हें बार-बार नकार दिया है।
बता दें कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 को इमरजेंसी लगाया था, जो कि 21 मार्च 1977 यानी कि पूरे 21 महीने चला था।