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काँग्रेस ने ढूढ़ ली मोदी की ED CBI और IT की काट, बनाई बड़ी रणनीति, अब करेगे डट कर मोदी से मुकाबला!
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दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 जैसे जैसे नजदीक आ रहे है वैसे ही काँग्रेस के नेताओ की बेचैनी बढ़ती जा रही है और उन्हें लगता है कि अगर फिर से मोदी सरकार कि वापसी हो गई तो काँग्रेस का जो नुकसान होगा उसकी भरपाई फिर नहीं हो पाएगी।
काँग्रेस कि सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि उसके राज्यों में अधिकतर क्षत्रप क़ानूनी शिकंजे मे फंसे हुए है और वो मोदी सरकार से भयभीत है और खुलकर भाजपा और मोदी सरकार का विरोध कर नहीं पा रहे है इसलिए काँग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा हुआ है और राज्यों जहाँ काँग्रेस विपक्ष मे है कोई बड़ा आंदोलन खड़ा नहीं कर पा रही है।
काँग्रेस आलाकमान अब ऐसे नेताओ को आगे लाना चा रहा है जिन पर या तो कम या बिलकुल भी वित्तीय घोटाले से जुड़े रहने के आरोप नहीं है। यही प्रयोग काँग्रेस ने तेलंगाना मे रेवन्थ रेड्डी के रूप मे किया और सफल रहा, इसी कड़ी मे वरिष्ठ नेताओ को छोड़कर मध्य प्रदेश में युवा नेता जीतू पटवारी को अध्यक्ष बनाया जबकि वो अपना विधानसभा चुनाव भी हार गए है, हालाकि जीतू पटवारी को एक आपराधिक मामले में एक बर्ष की सजा हो चुकी है। अब आने वाले समय में काँग्रेस के कई प्रदेश अध्यक्ष का बदला जाना तय हैI