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मजदूरों का हालचाल जानने पहुंचे सीएम धामी, चिनूक हेलिकॉप्टर से लाए जाएंगे एम्स |

SaumyaV
29 Nov 2023 6:53 AM GMT
मजदूरों का हालचाल जानने पहुंचे सीएम धामी, चिनूक हेलिकॉप्टर से लाए जाएंगे एम्स |
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उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों के सुरक्षित बाहर निकलने की दुआएं कबूल हुईं। ऑपरेशन सिलक्यारा के तहत जब आखिरी मजदूर ने टनल से बाहर आकर खुली हवा में सांस ली तो देश और दुनिया में बदलते उत्तराखंड का संदेश भी गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिलक्यारा में 41 श्रमिकों की सकुशल वापसी पर मुख्यमंत्री धामी को फोन कर शुभकामनाएं दीं।


चिनूक हेलिकॉप्टर से जौलीग्रांट एयरपोर्ट लाए जाएंगे श्रमिक

सिलक्यारा टनल से रेस्क्यू किए गए 41 श्रमिकों को चिनूक हेलिकॉप्टर द्वारा जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचाए जाने की सूचना है। जिस कारण देहरादून एयरपोर्ट पर करीब 22 एंबुलेंस और मेडिकल स्टाफ को तैनात किया गया है। चिनूक हेलिकॉप्टर द्वारा पहले उत्तरकाशी से एम्स हेलीपैड पर सभी श्रमिकों को ले जाया जाएगा। यदि एम्स के हेलीपैड पर हेलिकॉप्टर को लैंडिंग में कोई दिक्कत हुई तो चिनूक की लैंडिंग देहरादून एयरपोर्ट पर कराई जाएगी। जहां से एंबुलेंस द्वारा सभी 41 श्रमिकों को ऋषिकेश एम्स ले जाया जाएगा।


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहुंचे उत्तरकाशी

मजदूरों का हालचाल जानने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी पहुंच गए हैं। यहां से वह सीधे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ के लिए रवाना होंगे। जहां सभी 40 श्रमिकों को सहायता राशि की चेक वितरित किए जाएंगे। इसके बाद सभी श्रमिक मुख्यमंत्री के साथ ही हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे।


कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा-घटना से सबक लेते हुए एक शोध होना चाहिए

उत्तरकाशी सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को सुरक्षित निकाले जाने पर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि जिस क्षण ये खबर आई कि हमारे 41 श्रमिक सकुशल बाहर निकाल लिए गए हैं तो पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई। हमारा देश चांद तक पहुंच गया है लेकिन हम हमसे 50 मीटर दूर तक 17 दिनों में नहीं पहुंच पाए। इस घटना से सबक लेते हुए एक शोध होना चाहिए। आखिर ये कंपनी कौन थी? इस कंपनी का मालिक कौन है? उसका इस बचाव अभियान में कहीं भी पता नहीं चला।


41 श्रमिकों ने दिखाया हौसला: भास्कर खुल्बे

पीएमओ के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने कहा, इन 41 श्रमिकों ने जो हौसला दिखाया, उससे प्रेरणा मिलती है कि विपदा आती हैं लेकिन आदमी को हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। उनकी हिम्मत ने हमारा हौसला बढ़ाया और हम ये काम कर सके।


श्रमिकों का एक वीडियो

चिन्यालीसौड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बचाए गए एक कर्मचारी ने अपने साथी श्रमिकों का एक वीडियो साझा किया, जिन्हें 17 दिनों के लंबे समय के बाद सिल्क्यारा सुरंग से सुरक्षित बाहर निकाला गया।


यह बचाव अभियान चुनौतियों से भरा था: धामी

सफल सिल्कयारा सुरंग बचाव मिशन पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कहते हैं कि यह बचाव अभियान चुनौतियों से भरा था। हिमालय हमें दृढ़ और अचल बने रहने और आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित करता है।


हमें अच्छी खबर मिली है: अनिल बेदिया के पिता

सिल्क्यारा सुरंग से सभी 41 श्रमिकों में से बचाए गए झारखंड के मजदूर अनिल बेदिया के पिता कहते हैं कि हां, हमें अच्छी खबर मिली। मैंने उनसे बात की है और उन्होंने कहा कि वह ठीक हैं, लेकिन चेकअप से गुजर रहे हैं। हमारा सरकार से केवल यही अनुरोध था कि उन्हें सुरक्षित बचाया जाए। केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों ने मदद की है।


सीएम धामी के आवास पर 'इगास बग्वाल' मनाया जाएगा

सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों के सफल बचाव के उपलक्ष्य में आज शाम देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आवास पर 'इगास बग्वाल' मनाया जाएगा।

मेरे पति को सुरक्षित बचा लिया गया है: भूमिका चौधरी

उत्तराखंड की सिल्कयारा सुरंग से बचाए गए अंकित कुमार की पत्नी भूमिका चौधरी कहती हैं कि जैसे ही हमें फोन आया कि मेरे पति को सुरक्षित बचा लिया गया है, हमने दिवाली मनाई। मेरे पिता मेरे पति को वापस लाने के लिए उत्तराखंड गए हैं।

सब एकदम ठीक हैं और बहुत खुश हैं: प्रेम चंद अग्रवाल

उत्तराखंड के मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल सिल्क्यारा सुरंग से सुरक्षित निकाले गए 41 श्रमिकों से मिलने चिन्यालीसौड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। 41 श्रमिकों से मिलने के बाद उत्तराखंड के मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा, सब एकदम ठीक हैं और बहुत खुश हैं। सभी ने खाना भी खाया है।


सभी हमें निकालने के प्रयास में लगे रहे: विश्वजीत कुमार वर्मा

उत्तरकाशी सुरंग से सफलतापूर्वक बचाए गए 41 श्रमिकों में से एक चिन्यालीसौड़ के विश्वजीत कुमार वर्मा ने कहा कि जब मलबा गिरा तो हमें पता चल गया कि हम फंस गए हैं। सभी हमें निकालने के प्रयास में लगे रहे। हर तरह की व्यवस्था की गई। ऑक्सीजन की, खाने-पीने की व्यवस्था की गई। पहले 10-15 घंटे हमें दिक्कत का सामना करना पड़ा, बाद में पाइप के द्वारा खाना उपलब्ध कराया गया। बाद में माइक लगाया गया था और परिवार से बात हो रही थी। अब मैं खुश हूं।


मैं स्वस्थ हूं, कोई परेशानी नहीं है: सुबोध कुमार

उत्तरकाशी सुरंग से सफलतापूर्वक बचाए गए 41 श्रमिकों में से एक श्रमिक सुबोध कुमार वर्मा ने बताया कि हमें वहां (सुरंग) पर 24 घंटों तक खान-पान और हवा से संबंधित परेशानी हुई। इसके बाद पाइप के द्वारा खाने-पीने की चीजें भेजी गईं। मैं स्वस्थ हूं, कोई परेशानी नहीं है। केंद्र और राज्य सरकार की मेहनत थी जिस वजह से मैं निकल पाया।


हमने एक अद्भुत टीम के रूप में काम किया: अर्नोल्ड डिक्स

उत्तरकाशी सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को सुरक्षित बचाए जाने पर अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने कहा कि हम शांत थे और हम जानते थे कि वास्तव में हमें क्या करना है। हमने एक अद्भुत टीम के रूप में काम किया। भारत के सर्वश्रेष्ठ इंजीनियर, सेना, सभी एजेंसियां इस सफल मिशन का हिस्सा बनना खुशी की बात है।


आदमी को हिम्मत नहीं हारनी चाहिए: भास्कर खुल्बे

PMO के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने कहा कि इन 41 श्रमिकों ने जो हौसला दिखाया, उससे प्रेरणा मिलती है कि विपदा आती हैं लेकिन आदमी को हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। उनकी हिम्मत ने हमारा हौसला बढ़ाया और हम ये काम कर सके।


ईश्वर की कृपा से सभी श्रमिक जीवित निकल आए: हुड्डा

उत्तरकाशी सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को सुरक्षित बचाए जाने पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुडा ने कहा कि पूरा देश ये ही दुआ कर रहा था कि वे (श्रमिक) सही सलामत बाहर निकल आएं। इस बचाव अभियान में कई प्रयास हुए और ईश्वर की कृपा से सभी श्रमिक जीवित निकल आए हैं। मैं उन्हें हार्दिक बधाई देता हूं और उनके परिवारों को शुभकामनाएं देता हूं।

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