Begin typing your search above and press return to search.
मुख्य समाचार

Budget 2024: ये तीन योजनाएं आसान करेंगी भाजपा की सियासी राह, 'एम फैक्टर' से तैयार की लोकसभा चुनावों की पिच

Kanishka Chaturvedi
1 Feb 2024 12:44 PM GMT
Budget 2024: ये तीन योजनाएं आसान करेंगी भाजपा की सियासी राह, एम फैक्टर से तैयार की लोकसभा चुनावों की पिच
x

मोदी सरकार के अंतरिम बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 'एम फैक्टर' यानी महिला फैक्टर के साथ लोकसभा के चुनावों की पूरी पिच तैयार कर दी। इसमें कुल तीन करोड़ लखपति दीदी की घोषणा से लेकर दो करोड़ घर बनाने का एलान शामिल है। जबकि तीसरी और महत्वपूर्ण घोषणा के तौर पर गंभीर बीमारी सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए शुरू किया जाने वाला निःशुल्क टीकाकरण है। सियासी जानकार जहां प्रधानमंत्री मोदी की सरकार के इस बजट को 'साइलेंटली गेम चेंजर' बता रहे हैं। वहीं अर्थशास्त्रियों और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े विशेषज्ञों की नजर में यह बजट कई मायनों में सबसे अलग है।

आशा वर्कर समेत आंगनबाड़ी महिलाओं को फायदा

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट के दौरान जिन महत्वपूर्ण घोषणाओं की बात की, उसमें लखपति दीदी योजना शामिल है। इसके अलावा महिलाओं पर फोकस करते हुए वित्त मंत्री ने आयुष्मान भारत योजना में आशा वर्कर आंगनबाड़ी सेविकाओं और हेल्पर को भी शामिल किए जाने की घोषणा की है। दिल्ली विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र के प्रोफेसर करुणानाथ कहते हैं कि महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता के साथ-साथ सशक्त बना कर न सिर्फ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है, बल्कि समाज में सकारात्मक विकास की बात भी होती है। यह योजना सियासी नजरिए से क्या असर दिखाएगी वह अलग बात है। लेकिन समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली है। आर्थिक मामलों की जानकार मुनिशंकर कहते हैं कि महिलाओं के लिहाज से इस बजट में केंद्र सरकार ने काफी कुछ दिया है। इसमें लाखों आशा वर्कर समेत आंगनबाड़ी से जुड़ी लाखों महिलाओं को सीधे तौर पर भी फायदा हो रहा है।

लखपति दीदी योजना से मोदी सरकार को बड़ा सियासी फायदा

उनका कहना है लखपति दीदी योजना से महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत हो रहीं हैं। इसके तहत अभी जितनी महिलाओं को स्टार्टअप शुरू करने का फायदा मिला है, वह आसपास की अन्य महिलाओं पर भी सकारात्मक असर डाल रहा है। शंकर कहते हैं कि तीन करोड़ महिलाओं को इस योजना के अंतर्गत लाने से इसका असर कई गुना ज्यादा देखा जाएगा। राजनीतिक विश्लेषक ओपी मिश्रा कहते हैं कि सियासी नजरिए से तीन करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी योजना में शामिल करने का दांव भाजपा के लिए बड़े साइलेंटली गेम चेंजर के तौर पर भी देखा जा सकता है। मिश्रा के मुताबिक इस योजना को आगे बढ़ाकर ज्यादा से ज्यादा महिलाओं के शामिल करने से न सिर्फ महिलाओं का ही डेवलपमेंट होता है, बल्कि पूरे परिवार का विकास शामिल है। वह कहते हैं कि लखपति दीदी योजना के 360 डिग्री वाले आयामों को देखते हुए ही इसे आगे बढ़ाया गया है। उनका अनुमान है कि लखपति दीदी योजना के दायरे को तीन करोड़ की संख्या से भी आगे बढ़ाया जा सकता है। ओपी मिश्रा मानते हैं कि लखपति दीदी योजना से मोदी सरकार को बड़ा सियासी फायदा हो सकता है।

सर्वाइकल कैंसर से बढ़ रही हैं मौतें

गायनेकोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया से जुड़ी डॉक्टर पुष्पा जयसवाल रहती है कि सरकार ने सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए जो योजना शुरू करने की बात बजट में कही है, वह बहुत महत्वपूर्ण है। उनका कहना है कि यह कैंसर महिलाओं में होने वाले कैंसर की एक प्रमुख वजहों में शामिल है। वह कहती है कि ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज के आंकड़ों के मुताबिक इस बात का पता चलता है कि भारत में भी इस बीमारी से न सिर्फ मौतें हो रहीं हैं, बल्कि महिला मरीजों का प्रतिशत भी बढ़ा है। गायनेकोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया से जुड़े डॉक्टर का मानना है कि जागरूकता के चलते महिलाएं सजग हो रही हैं। लेकिन समय रहते अगर इसका टीकाकरण किया जा सके तो इस खतरनाक और गंभीर बीमारी को वक्त से पहले रोका जा सकेगा। अब जब केंद्र सरकार ने अपने बजट में निशुल्क टीकाकरण शुरू करने की बात कही है, तो माना जा सकता है कि आने वाले दिनों में महिलाओं की सुरक्षा के लिहाज से यह एक बड़ा और सराहनीय कदम ही है।

दो करोड़ घर सस्ते घर

महिलाओं को दी जाने वाली सुविधाओं के साथ बजट में एक महत्वपूर्ण घोषणा दो करोड़ घरों को बनाने की भी की गई है। सीआईआई से जुड़े डॉक्टर अनंत प्रकाश कहते हैं कि देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से ही विकास का ढांचा तैयार हो रहा है। वह कहते हैं कि यह दो करोड़ घर अफोर्डेबल हाउस के तौर पर बनने वाले हैं। उनका मानना है कि दो करोड़ घरों से निश्चित तौर पर उन लोगों को लाभ होगा, जो अभी तक पक्के मकानों में नहीं रह पाए हैं। इससे सीधे तौर पर एक परिवार के तीन से चार लोग जुड़ सकेंगे। डॉ. अनंत प्रकाश कहते हैं कि सामाजिक सुरक्षा और सम्मान के लिहाज से यह फैसला भी मोदी सरकार के बजट की एक खूबी के तौर पर देखा जाना चाहिए।

Kanishka Chaturvedi

Kanishka Chaturvedi

    Next Story