- Home
- /
- मुख्य समाचार
- /
- बाबा तरसेम सिंह की...
बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या, उधमसिंहनगर के गुरुद्वारे में बाइक सवार हमलावरों ने बरसाईं गोलियां
उधम सिंह नगर में गुरुद्वारे में कार सेवा डेरा प्रमुख नानकमत्ता बाबा तरसेम सिंह को गोली मारने का मामला सामने आया है। बाइक पर आए हमलावर ने वारदात को अंजाम दिया और फरार हो गया।
उत्तराखंड में सनसनीखेज वारदात हुई है। उधम सिंह नगर के गुरुद्वारे में बाइक पर आए हमलावर ने नानकमत्ता बाबा तरसेम सिंह की गोलियां बरसाकर हत्या कर दी। इलाके में सनसनी फैली हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने हमलावर की तलाश शुरू कर दी है। वहीं, डीआईजी योगेंद्र रावत ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।
जानकारी के अनुसार, कार सेवा डेरा प्रमुख नानकमत्ता बाबा तरसेम सिंह (60) को मोटरसाइकिल से आए अज्ञात हमलावर ने गोली मार दी। गंभीर रूप से घायल तरसेम सिंह को इलाज के लिए खटीमा के निजी अस्पताल ले जाया गया है। जहां उनकी मौत हो गई। अस्पताल में तरसेम सिंह को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई।
हत्या की वारदात के बाद इलाके में अफरा-तफरी मची है। सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। साथ ही हमलावर की तलाश में टीमों को लगाया है।
मिली जानकारी के अनुसार, नानकमत्ता में डेरा प्रमुख तरसेम सिंह को हमलावरों ने तीन सेकेंड में दो गोली मारी थी। हमलावर सीसीटीवी फुटेज में कैद हुए है। एसएसपी मंजुनाथ टीसी का कहना है कि घटना की जांच की जा रही है। बाइक पर पीछे बैठे हमलावर ने दो गोली मारी। घटनास्थल से सुबूत जुटाने के लिए फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम मौके पर है।
नेताप्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब के डेरा कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई । भाजपा राज में डेरा प्रमुख भी सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यह गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब के डेरा कारसेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या नहीं बल्कि कानून व्यवस्था की भी हत्या है। भाजपा सरकार में कानून व्यवस्था एकदम ध्वस्त है। अपराधियों का स्वर्णिम काल चल रहा है।
नानकमत्ता में बाबा तरसेम की हत्या करने वाले आरोपी 19 मार्च से नानकमत्ता गुरुद्वारा की सराय में रह रहे थे। सराय में उनकी आईडी आधार कार्ड और हेल्थ कार्ड भी मिले हैं। इसके हिसाब से वह पंजाब के रहने वाले थे। लेकिन पुलिस को आशंका है कि आईडी फर्जी हो सकती है।