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जम्मू-कश्मीर में जीत के बाद उमर अब्दुल्ला के बाद हम अपने काम के जरिए इन वोटों के काबिल साबित करें

Neelu Keshari
9 Oct 2024 5:24 AM GMT
जम्मू-कश्मीर में जीत के बाद उमर अब्दुल्ला के बाद हम अपने काम के जरिए इन वोटों के काबिल साबित करें
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श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के परिणाम सामने आ चुके हैं। राज्य में नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस के गठबंधन ने पूर्ण बहुमत हासिल किया है। इसी के साथ यहां पर नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन में सरकार बनने जा रही है। वहीं जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला मुख्यमंत्री बनेंगे।

जम्मू-कश्मीर में शानदार जीत के बाद जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने आज यानी बुधवार मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आज जम्मू-कश्मीर के मतदाताओं का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने अपने मत का इस्तेमाल किया इस बात के बावजूद कि यहां 8-10 साल से लोकतंत्र को पनपने नहीं दिया गया। कश्मीर और जम्मू के पहाड़ी इलाकों में वोटरों ने इस साजिश को नाकाम किया है। मतदाताओं ने अपनी जिम्मेदारी निभाई। अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने काम के जरिए अपने आप को इन वोटों के काबिल साबित करें।

जम्मू-कश्मीर में उपराज्यपाल के हस्तक्षेप के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारे और दिल्ली में फर्क है। दिल्ली कभी रियासत रही नहीं या दिल्ली को रियासत बनाने का वादा किसी ने किया नहीं। हम एक रियासत थे। हमें रियासत का दर्जा देने का वादा किया गया था। यहां हुकूमत बनते ही कैबिनेट का पहला फैसला ये होगा कि वो एक संकल्प कैबिनेट की ओर से पास करें कि केंद्र को अब जम्मू-कश्मीर में रियासत का दर्जा दिया जाए।

पीडीपी पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि फिलहाल हम इस पर कोई बात नहीं कर रहे हैं। पीडीपी ने हमसे कोई संपर्क नहीं किया है, हमने उनसे कोई संपर्क नहीं किया है। मुझे लगता है कि फिलहाल, चुनावों के नतीजों को देखते हुए उनकी बहुत सारी आंतरिक चर्चा चल रही होगी। अगर कोई संचार स्थापित किया जाता है तो हम बैठकर उनसे बात करेंगे। लेकिन फिलहाल यह हमारे लिए प्राथमिकता नहीं है।

बता दें कि मंगलवार को जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित किए गए थे। यहां नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस के गठबंधन को 90 विधानसभा सीटों में से 48 सीटें मिली हैं। इसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस के 42 और कांग्रेस के छह सीटें शामिल हैं। तो वहीं भारतीय जनता पार्टी को 29 सीटों पर जीत मिली है। इसी के साथ भाजपा जम्मू-कश्मीर में सबसे बड़े विपक्षी दल के रूप में सामने आई है। पीडीपी को तीन आम आदमी पार्टी को एक और निर्दलीयों को 6 सीटें मिली हैं।

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