Begin typing your search above and press return to search.
मुख्य समाचार

YUGM Conclave: युग्म इनोवेशन कॉन्क्लेव 2025 का शुभारंभ, पीएम मोदी बोले- ‘प्रतिभा, मिजाज और प्रौद्योगिकी’ की त्रिमूर्ति भारत का भविष्य बदल देगी

Varta24Bureau
29 April 2025 3:01 PM IST
YUGM Conclave: युग्म इनोवेशन कॉन्क्लेव 2025 का शुभारंभ, पीएम मोदी बोले- ‘प्रतिभा, मिजाज और प्रौद्योगिकी’ की त्रिमूर्ति भारत का भविष्य बदल देगी
x
ये जरूरी है कि हम अपने युवाओं के भविष्य के लिए और उनको भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए तैयार करें- पीएम मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित युग्म इनोवेशन कॉन्क्लेव 2025 का शुभारंभ किया। इसका उद्देश्य देश में नवाचार तंत्र में निवेश बढ़ाना है। युग्म सम्मेलन (YUGM) अपनी तरह का पहला महत्वपूर्ण नीतिगत सम्मेलन है। इस सम्मेलन में सरकार, शैक्षणिक क्षेत्र, उद्योग जगत और नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र से संबंधित दिग्गज शामिल हो रहे हैं।

ये त्रिमूर्ति भारत का भविष्य बदल देगी

पीएम मोदी ने युग्म सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि ‘प्रतिभा, मिजाज और प्रौद्योगिकी’ की त्रिमूर्ति ही भारत के भविष्य को बदल देगी। इसके लिए हम भारत के बच्चों को बचपन में ही जरूरी एक पोस्टर दे रहे हैं। हमने विकसित भारत के लक्ष्य के लिए अगले 25 वर्षों की समयसीमा तय की है। हमारे पास समय सीमित है, लक्ष्य बड़े हैं। इसलिए ये जरुरी है कि हमारे विचार की प्रोटोटाइप से उत्पाद तक की यात्रा भी कम से कम समय में पूरी हो।

‘वन नेशन, वन डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर’ का निर्माण

पीएम मोदी ने ये भी कहा कि किसी भी देश का भविष्य उसकी युवा पीढ़ी पर निर्भर होता है, इसलिए ये जरूरी है कि हम अपने युवाओं के भविष्य के लिए और उनको भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए तैयार करें। इसमें बड़ी भूमिका देश के एजुकेशन सिस्टम की भी होती है, इसलिए हम देश के एजुकेशन सिस्टम को 21वीं सदी की जरूरतों के मुताबिक आधुनिक बना रहे हैं। पीएम ने बताया कि दीक्षा प्लेटफॉर्म के तहत ‘वन नेशन, वन डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर’ का निर्माण किया गया है। यह पूरी तरह से एआई पर आधारित है। इसका इस्तेमाल देश की 30 से ज्यादा भाषाओं और 7 विदेशी भाषाओं में टेक्स्टबुक तैयार करने में हो रहा है।

उन्होंने आगे कहा कि ‘वन नेशन, वन सब्सक्रिप्शन' ने युवाओं को ये भरोसा दिया है कि सरकार उनकी जरूरतों को समझती है। भारत के विश्वविद्यालय परिसर आज नए गतिशील केंद्र बन रहे हैं। ऐसे केंद्र, जहां युवाशक्ति सफलता के नवाचारों को बढ़ावा दे रही है।

Next Story