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पहलगाम आतंकी हमले के बाद पर्यटकों का पलायन तेज! भूस्खलन के कारण तीन दिन से बंद रहे राजमार्ग को एकतरफा यातायात के लिए खोला

Varta24 Desk
23 April 2025 5:29 PM IST
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पर्यटकों का पलायन तेज! भूस्खलन के कारण तीन दिन से बंद रहे राजमार्ग को एकतरफा यातायात के लिए खोला
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प्रशासन की अपील: सहयोग करें और दिशा-निर्देशों का पालन करें



रामबन, जम्मू (राशी सिंह)। रामबन में भूस्खलन के चलते तीन दिनों से बंद पड़ा जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बुधवार को एकतरफा यातायात के लिए फिर से खोल दिया गया। यह राजमार्ग कश्मीर घाटी को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाला एकमात्र ऑल-वेदर रोड है। पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले के बाद घाटी से भारी संख्या में पर्यटक पलायन कर रहे हैं। इस हमले में कम से कम 28 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे।

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस घटना को "दिल दहला देने वाला" बताया और पर्यटकों के पलायन को पूरी तरह समझने योग्य कहा। उमर अब्दुल्ला ने प्रशासन को श्रीनगर और जम्मू के बीच यातायात को नियंत्रित और संगठित तरीके से संचालित करने का निर्देश दिया ताकि पर्यटक सुरक्षित बाहर निकल सकें। उन्होंने राजमार्ग की अस्थिर स्थिति को देखते हुए फंसे हुए वाहनों की निकासी पर विशेष जोर दिया।

रामबन में सर्वाधिक नुकसान, राजमार्ग कीचड़ में दबा

भूस्खलन से सबसे अधिक नुकसान रामबन जिले में सेरी और मारूग के बीच चार किलोमीटर के हिस्से में हुआ, जहां कीचड़ की ऊंचाई 20 फीट से अधिक थी और दर्जनों वाहन इसके नीचे दब गए थे। मुख्यमंत्री ने स्वयं मौके पर जाकर स्थिति का जायज़ा लिया और राजमार्ग को सर्वोच्च प्राथमिकता पर खोलने की बात कही।

फंसे यात्रियों के लिए विशेष ट्रेन सेवा शुरू

प्रवक्ता के अनुसार, फंसे हुए यात्रियों की सहायता और भीड़ प्रबंधन के लिए कटरा से नई दिल्ली तक एक विशेष ट्रेन सेवा शुरू की गई है। यह ट्रेन कटरा से रात 9:20 बजे रवाना होकर उधमपुर और जम्मू होते हुए गुरुवार सुबह 9:30 बजे दिल्ली पहुंचेगी। टिकट काउंटरों पर उपलब्ध हैं।

हवाई यात्रा के लिए अतिरिक्त उड़ानों और रियायतों की घोषणा

नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने श्रीनगर से पर्यटकों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए कई अतिरिक्त उड़ानों की घोषणा की है। एयरलाइन कंपनियों को किराया न बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं और रद्दीकरण व पुनर्निर्धारण शुल्क माफ कर दिए गए हैं। श्रीनगर एयरपोर्ट पर यात्रियों के लिए भोजन, पानी और प्रतीक्षा के लिए अतिरिक्त टेंट की व्यवस्था की गई है। बुधवार को सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच कुल 20 उड़ानों से 3337 यात्री रवाना हुए। प्रवक्ता ने कहा कि प्रशासन सभी पर्यटकों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है और सभी से अपील करता है कि वे प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और सहयोग करें।

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