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TEJAS MK2: वायुसेना की बढ़ेगी ताकत, अगले साल फरवरी-मार्च में तेजस-Mk2 भरेगा उड़ान, जानें खासियत

Aryan
16 April 2025 1:42 PM IST
TEJAS MK2: वायुसेना की बढ़ेगी ताकत, अगले साल फरवरी-मार्च में तेजस-Mk2 भरेगा उड़ान, जानें खासियत
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तेजस Mk2 एक उन्नत 4.5 पीढ़ी का लड़ाकू विमान है, जो तेजस MkI और पांचवीं पीढ़ी के AMCA के बीच की खाई को पाटने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

नई दिल्ली। तेजस Mk2 फाइटर जेट का पहला प्रोटोटाइप इस साल अक्टूबर-नवंबर में आ जाएगा। इस साल दिसंबर से अगले फरवरी तक ट्रायल्स होंगे। पहली उड़ान फरवरी-मार्च में संभव है। 2028-29 में प्रोडक्शन होगा। मतलब अगले 4-5 साल में तेजस की नई, एडवांस खेप मिलने लगेगी। जिसके इस्तेमाल से वायु सेना की ताकत और अधिक बढ़ेगी। बता दें कि इसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स ने तैयार किया है। एलसीए को 2003 तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने तेजस नाम दिया था। इस विमान की पहली स्क्वाड्रन को भारतीय वायुसेना में 2016 में शामिल किया गया था।

डीआरडीओ क्या बोले

हाल ही में कुछ मीडिया आउटलेट्स ने डीआरडीओ प्रमुख डॉ. समीर वी. कामत के हवाले से कहा कि तेजस Mk2 की पहली उड़ान "6-12 महीनों" के भीतर होगी। जिससे अक्टूबर 2025 की शुरुआत में उड़ान की अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन ऐसा नहीं है ।

तेजस Mk2 का प्रोडक्शन टाइमलाइन क्या होगा

1. रोलआउट: अक्टूबर-नवंबर 2025... प्रोटोटाइप असेंबली लाइन से बाहर आएगा, जिससे इंजन ग्राउंड रन और सिस्टम सिस्टम जांच शुरू होगी।

2. टैक्सी ट्रायल: दिसंबर 2025-फरवरी 2026... निम्न और उच्च गति टैक्सी परीक्षण विमान के सिस्टम को मान्य करेंगे।

3. पहली उड़ान: फरवरी-मार्च 2026... पहली उड़ान बुनियादी उड़ान विशेषताओं का परीक्षण करेगी।

4. उत्पादन: 2028-2029 से शुरू, सालाना 18 इकाइयां।

क्या है तेजस Mk2

तेजस Mk2 एक उन्नत 4.5 पीढ़ी का लड़ाकू विमान है, जो तेजस MkI और पांचवीं पीढ़ी के AMCA के बीच की खाई को पाटने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें शक्तिशाली F414-INS6 इंजन, उत्तम AESA रडार और उन्नत हथियार सूट है। 2035 तक 120-180 इकाइयों को शामिल करने की योजना है, जो पुराने लड़ाकू विमानों की जगह लेंगे।

तेजस और तेजस MK2 में अंतर

तेजस एमके1ए की तुलना में, जो 3,500 किलोग्राम का पेलोड ले जा सकता है, एलसीए एमके2 की पेलोड क्षमता 6,500 किलोग्राम होगी, जिसमें भारी स्टैंडऑफ हथियार ले जाने की क्षमता होगी। जोकि तेजस MK2 को अधिक शक्तिशाली बनाता है। तेजस एमके2 भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित सभी हवा से हवा (अस्त्र) और हवा से जमीन (रुद्रम, ब्रह्मोस-एनजी) हथियारों को भी ले जाने में सक्षम होगा।

तेजस MK2 की खासियत

- यह विमान स्टेल्थ तकनीक पर आधारित होगा। इसमें अलग प्रकार की तकनीक और धातु की इस्तेमाल किया जाता है।

- यह 4.5 पीढ़ी का लड़ाकू विमान होगा।

- यह दो इंजनों वाला बहुउद्देशीय विमान होगा।

- यह सिंगल इंजन डेल्टा विंग बहुउद्देशीय हल्का लड़ाकू विमान है।

खतरनाक हथियारों से लैस

इस फाइटर जेट को एक से बढ़तर एक खतरनाक हथियारों से लैस किया गया है। इसमें 13 हार्डप्वाइंट्स होंगे। यानी 13 एक जैसे या अलग-अलग तरह के हथियार लगा सकते हैं। इसमें पांच तरह के हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें लगाई जा सकती हैं। जैसे- MICA, ASRAAM, Meteor, Astra और NG-CCM जैसे हथियार शामिल हुए।

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