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Tariff Effect: जापान की फेमस कार कंपनी ‘निसान’ अपने सबसे ज्यादा बिकने वाले मॉडल के उत्पादन में कटौती करेगी, जानें अमेरिका ने कितना बढ़ाया आयात शुल्क

Varta24Bureau
15 April 2025 1:21 PM IST
Tariff Effect: जापान की फेमस कार कंपनी ‘निसान’ अपने सबसे ज्यादा बिकने वाले मॉडल के उत्पादन में कटौती करेगी, जानें अमेरिका ने कितना बढ़ाया आयात शुल्क
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25% आयात शुल्क की नीति के असर से वाहन कंपनियों की रणनीतियों में बड़ा बदलाव

नई दिल्ली (राशी सिंह)। जापानी वाहन निर्माता निसान इस साल मई से जुलाई के बीच अपने सबसे अधिक बिकने वाले अमेरिकी मॉडल ‘रोग एसयूवी’ के घरेलू उत्पादन में कटौती करने जा रहा है। यह कदम अमेरिकी सरकार द्वारा विदेशी निर्मित कारों पर 25% आयात शुल्क लगाने के निर्णय के बाद उठाया गया है। इस टैरिफ नीति के चलते कई वैश्विक वाहन निर्माता अपने विनिर्माण और आपूर्ति श्रृंखला योजनाओं में बदलाव करने को मजबूर हुए हैं, और निसान भी उनमें से एक बन गया है। जानकारी के अनुसार, निसान दक्षिण-पश्चिम जापान स्थित क्यूशू प्लांट में रोग एसयूवी के उत्पादन में 13,000 वाहनों की कटौती करने की योजना बना रहा है। यह कटौती अमेरिका में वर्ष की पहली तिमाही में बेचे गए 62,000 रोग वाहनों का लगभग 20 प्रतिशत है। इस दौरान कुछ दिनों तक उत्पादन बंद भी रहेगा, हालांकि संयंत्र में प्रतिदिन दो शिफ्टों में काम जारी रहेगा। कर्मचारियों के काम के घंटे भी इस अवधि में घटाए जाएंगे।

अमेरिकी बाज़ार में निसान की गहरी पकड़

निसान के लिए अमेरिका सबसे बड़ा बाज़ार है, जहां कंपनी की कुल वैश्विक बिक्री का एक चौथाई हिस्सा आता है। इनमें से कई वाहन जापान या मैक्सिको में बनाए जाते हैं। वर्ष 2024 में अमेरिका में निसान का सबसे अधिक बिकने वाला मॉडल रोग रहा, जिसकी करीब 2.46 लाख यूनिट्स बिकीं। कंपनी ने एक बयान में कहा है कि वह टैरिफ के प्रभावों को ध्यान में रखते हुए अपने उत्पादन और आपूर्ति श्रृंखला की समीक्षा कर रही है, ताकि दक्षता और स्थिरता बनाए रखी जा सके। कंपनी का कहना है कि वह बाजार की परिस्थितियों के अनुसार लचीले ढंग से काम करने और कार्यबल की प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए योजनाएं बना रही है।

हाल ही में निसान ने अमेरिका के स्मिर्ना, टेनेसी स्थित प्लांट में भी उत्पादन घटाने की योजना बनाई थी, लेकिन बाद में उसने रोग मॉडल के लिए दोनों शिफ्टें जारी रखने का फैसला लिया।

सीईओ पर दबाव

निसान के नए सीईओ इवान एस्पिनोसा पर कंपनी के प्रदर्शन में सुधार लाने का दबाव है, खासकर अमेरिका में, जहां पुरानी मॉडल रेंज और हाइब्रिड तकनीक की कमी के कारण बिक्री प्रभावित हुई है। कंपनी पहले से ही एक वैश्विक पुनर्गठन योजना के तहत अपनी कुल विनिर्माण क्षमता में 20% की कटौती पर विचार कर रही थी।

अन्य वाहन निर्माता भी कर रहे हैं रणनीतिक बदलाव

इस स्थिति में न केवल निसान, बल्कि अन्य वाहन निर्माता भी अमेरिकी टैरिफ नीति से प्रभावित हुए हैं। स्टेलेंटिस ने अमेरिका, मैक्सिको और कनाडा में कई प्लांट्स में अस्थायी रूप से उत्पादन बंद करने की घोषणा की है, जिससे 900 अमेरिकी कर्मचारियों की नौकरियां अस्थायी रूप से प्रभावित होंगी। वहीं, होंडा अपनी अगली पीढ़ी की सिविक हाइब्रिड को अब मेक्सिको के बजाय इंडियाना में बनाने की योजना पर काम कर रहा है।

ट्रंप का बयान: "ऑटोमेकर्स को थोड़ा समय चाहिए"

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में कहा कि वे ऑटोमोबाइल टैक्स नीति में बदलाव पर विचार कर रहे हैं क्योंकि "ऑटो निर्माताओं को कुछ समय चाहिए।"

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