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मोदी राज जारी रहने की भविष्यवाणी... संसद में पीएम ने कहा- यह तो मेरा अभी तीसरा ही टर्म है, हम विकसित भारत बनाने के लिए आगे भी सालों संघर्षरत रहेंगे
नई दिल्ली। संसद के चालू बजट सत्र का आज चौथा दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि देश के लोगों ने मुझे 14वीं बार राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देने का अवसर दिया है। उन्होंने कहा कि यह तो मेरा अभी तीसरा ही टर्म है, हम विकसित भारत बनाने के लिए आगे भी सालों संघर्षरत रहेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि हम 2025 में हैं। एक तरह से 21वीं सदी का 25% हिस्सा बीत चुका है। 20वीं सदी में आजादी के बाद और 21वीं सदी के पहले 25 वर्षों में क्या हुआ, यह तो आने वाला समय ही तय करेगा, लेकिन अगर हम राष्ट्रपति के अभिभाषण का बारीकी से अध्ययन करें तो यह स्पष्ट है कि उन्होंने आने वाले 25 वर्षों और विकसित भारत के बारे में लोगों में विश्वास पैदा करने की बात कही है। उनका यह अभिभाषण विकसित भारत के संकल्प को मजबूत करता है, नया आत्मविश्वास पैदा करता है और आम लोगों को प्रेरित करता है।
हमने गरीबों को झूठे नारे नहीं दिए
पीएम मोदी ने कहा कि अब तक गरीबों को 4 करोड़ घर दिए जा चुके हैं। जिन लोगों ने मुश्किलों भरी जिंदगी जी है, उन्हें ही समझ में आता है कि घर मिलने की क्या कीमत होती है। पहले महिलाओं को शौचालय की व्यवस्था न होने के कारण काफी तकलीफें झेलनी पड़ती थीं। जिनके पास ये सुविधाएं हैं, वे पीड़ितों की परेशानियों को नहीं समझ सकते। हमने 12 करोड़ से ज्यादा शौचालय दिए हैं।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जो लोग अपने मनोरंजन के लिए गरीबों की झोपड़ियों में फोटो सेशन कराते हैं, उन्हें संसद में गरीबों का जिक्र बोरिंग लगेगा। हमारे देश में एक प्रधानमंत्री ऐसे हुए जिन्होंने एक समस्या की पहचान की और कहा कि जब दिल्ली से एक रुपया भेजा जाता है तो नीचे तक केवल 15 पैसे पहुंचते हैं। 15 पैसे किसे मिलते थे, यह हर कोई समझ सकता है। उस समय पंचायत स्तर से लेकर केंद्र स्तर तक केवल पार्टी थी। हमने समाधान खोजने की कोशिश की और हमारा मॉडल है 'बचत भी विकास भी', 'जनता का जनता के काम' इसके बाद विपक्ष के लोग हंगामा करते हुए कहा कि हमने बनाया है।
इसपर पर पीएम मोदी ने विपक्ष को तंज कसते हुए कहा कि जब बुखार तेज होता है, तो लोग कुछ भी बोल देते हैं, लेकिन जब वे बहुत हताश होते हैं, तो भी कुछ भी बोल देते हैं। जो लोग भारत में पैदा नहीं हुए - ऐसे 10 करोड़ धोखेबाज विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सरकारी धन का लाभ उठा रहे थे। हमने ऐसे 10 करोड़ धोखेबाजों के नाम हटाए और उनकी तलाश करके वास्तविक लाभार्थियों को सुविधाएं प्रदान कीं।
भ्रष्टाचार मुक्त शासन और बचत पर मोदी का जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले अखबारों की सुर्खियां घोटाले और भ्रष्टाचार से संबंधित होती थीं। 10 साल बीत चुके हैं, करोड़ों रुपये बचे हैं जो जनता के लिए इस्तेमाल किए गए हैं। हमने कई कदम उठाए हैं जिससे काफी पैसा बचा है लेकिन हमने उस पैसे का इस्तेमाल 'शीशमहल' बनाने के लिए नहीं किया, बल्कि हमने उस पैसे का इस्तेमाल देश बनाने के लिए किया है। हमारे सत्ता में आने से पहले एलईडी बल्ब 400 रुपये में बेचे जाते थे। हमने ऐसे अभियान चलाए कि कीमतें 40 रुपये तक कम हो गईं। एलईडी बल्बों से ऊर्जा संरक्षण में मदद मिली, इससे देश के लोगों के लगभग 20,000 करोड़ रुपये भी बचे।
मध्यम वर्ग को कर राहत, बचत में वृद्धि
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में हमने आयकर में कटौती करके मध्यम वर्ग की बचत को बढ़ाया है। 2014 से पहले ऐसे 'बम' फेंके गए और 'गोलियां' चलाई गईं, जिसका असर लोगों के जीवन पर पड़ा। हमने धीरे-धीरे उन घावों को भरा और आगे बढ़े। 2013-2014 में कर छूट केवल 2 लाख रुपये की आय पर थी। आज 12 लाख रुपये की आय पर आयकर छूट है। हमने घाव भरे और आज हमने पट्टी भी बांधी है। यदि हम 75,000 रुपये की मानक कटौती को जोड़ते हैं, तो 1 अप्रैल के बाद देश में वेतनभोगी वर्ग को 12.75 लाख रुपये तक की आय पर कोई कर नहीं देना होगा।
कल्याणकारी योजनाओं में पारदर्शिता, राष्ट्र निर्माण पर जोर
पीएम मोदी ने कहा कि राजनीतिक लाभ-हानि की परवाह किए बिना, हमने 10 करोड़ फर्जी लाभार्थियों को हटाया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कल्याणकारी योजनाएं उन लोगों तक पहुंचे जिन्हें वास्तव में इसकी ज़रूरत है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत कबाड़ बेचकर सरकार को 2,300 करोड़ रुपये मिले। हमने इस पैसे का इस्तेमाल राष्ट्र निर्माण के लिए किया है। जब ज़मीन पर लोग मिलकर लोगों के लिए काम करते हैं, तो बदलाव निश्चित है। हमने झूठे नारे नहीं दिए, हमने असली विकास किया। देश के युवा भारत को गौरवान्वित कर रहे हैं। हमने अपने युवाओं की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को सामने लाने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र विकसित किया। देश हमारी दूरदर्शी नीतियों के परिणाम देखेगा।
युवाओं के भविष्य को संवारने के लिए प्रतिबद्ध
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए लगातार काम कर रहे हैं, लेकिन कुछ पार्टियां ऐसी हैं जो युवाओं को धोखा दे रही हैं। वे चुनाव के समय भत्ते देने का वादा करती हैं, लेकिन उन वादों को पूरा नहीं करती हैं। ये पार्टियां युवाओं के भविष्य पर 'आपदा' कर रही हैं। हरियाणा में देश ने देखा है कि हम कैसे काम करते हैं। हमने नौकरियों का वादा किया और सरकार बनते ही युवाओं को नौकरियां मिल गईं। हमने जो किया, उसका नतीजा यह हुआ कि हमने हरियाणा में तीसरी बार शानदार जीत दर्ज की। महाराष्ट्र में भी हमें ऐतिहासिक नतीजे मिले और हमने यह लोगों के आशीर्वाद से किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक प्रधानमंत्री थे जो लगातार 21वीं सदी की बात करते थे। उस समय आरके लक्ष्मण ने एक बहुत ही दिलचस्प कार्टून बनाया था। उस समय वह कार्टून एक मजाक था, लेकिन बाद में वह सच्चाई बन गया। वह कार्टून इस बात का उदाहरण था कि उस प्रधानमंत्री की बातें किस तरह 'हवा हवाई' थीं और वास्तविकता से कटी हुई थीं। हम लगभग 40-50 साल पीछे हैं। जो काम 40-50 साल पहले हो जाने चाहिए थे, वे अब हुए हैं। इसीलिए जब जनता ने हमें काम करने का मौका दिया तो हमने युवाओं के विकास और राष्ट्र निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया।
नवाचार और AI मिशन से भारत की वैश्विक पहचान
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने परमाणु ऊर्जा क्षेत्र को खोल दिया है और इसके दीर्घकालिक सकारात्मक प्रभाव और परिणाम भविष्य में देश के लिए दिखाई देंगे। हमने स्कूलों में 10,000 टिंकरिंग लैब स्थापित की हैं, और आज इन लैब के बच्चे अपने रोबोटिक्स नवाचारों से सभी को आश्चर्यचकित कर रहे हैं। इस बजट में छात्रों में नवाचार और रचनात्मकता को और बढ़ाने के लिए 50,000 नई टिंकरिंग लैब के लिए प्रावधान किया गया है। भारत वह देश है जिसके AI मिशन से दुनिया को उम्मीद है।
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में संवैधानिक अधिकार
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज कुछ लोग खुलेआम शहरी नक्सलियों की भाषा बोल रहे हैं, भारतीय राज्य को चुनौती दे रहे हैं और इसके खिलाफ लड़ाई का ऐलान कर रहे हैं। जो लोग इस भाषा को बोलते हैं, वे न तो संविधान को समझते हैं और न ही राष्ट्र की एकता को। सात दशकों तक जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को उनके संवैधानिक अधिकारों से वंचित रखा गया। यह न केवल संविधान के साथ बल्कि इन क्षेत्रों के लोगों के साथ भी अन्याय था। हम संविधान की भावना से जीते हैं और इसीलिए हम कड़े फैसले लेते हैं। हमारा संविधान भेदभाव का अधिकार नहीं देता है। जो लोग संविधान को जेब में रखकर जीते हैं, उन्हें नहीं पता कि आपने मुस्लिम महिलाओं को किस तरह की मुश्किलों में जीने को मजबूर किया।
एनडीए सरकार देश को जोड़ता है
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब भी एनडीए सरकार सत्ता में रही है, हमने दीर्घकालिक दृष्टि के साथ काम किया है। दुर्भाग्य से, देश को तोड़ने के लिए विभाजनकारी भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है। मुझे नहीं पता कि उनकी हताशा और निराशा उन्हें कहां ले जाएगी। लेकिन एनडीए गठबंधन क्या सोचता है। हम क्या दिशा अपनाएंगे। हमारा ध्यान हमेशा हाशिए पर पड़े लोगों और पंक्ति में सबसे आखिरी व्यक्ति पर रहा है, जैसा कि महात्मा गांधी ने देखा था। यही कारण है कि जब हम मंत्रालय बनाते हैं, तो हम उन लोगों को प्राथमिकता देते हैं जो पीछे रह गए हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, आकांक्षी भारत
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग समुदायों के लोगों के लिए अधिकतम अवसर पैदा करने के लिए काम किया है। संविधान के प्रति हमारी प्रतिबद्धता हमें मजबूत और जनहितैषी निर्णय लेने के लिए प्रेरित करती है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मेरे लिए, एक AI नहीं, बल्कि डबल AI है, जो भारत की डबल ताकत है। एक AI- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और दूसरा AI है, आकांक्षी भारत।
एससी, एसटी और ओबीसी हर क्षेत्र में विकसित
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोगों के लिए जाति के बारे में बोलना फैशन है। पिछले 30 वर्षों से ओबीसी सांसद मांग कर रहे हैं कि ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया जाए। जो लोग आज जातिवाद में लाभ देखते हैं, उन्होंने तब ओबीसी समुदाय के बारे में नहीं सोचा। हमने ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया। एससी, एसटी और ओबीसी को हर क्षेत्र में अधिक अवसर मिलें - हमने इस दिशा में बहुत मजबूती से काम किया है। मैं इस सदन के माध्यम से नागरिकों के सामने एक महत्वपूर्ण प्रश्न रखता हूं - क्या कभी एससी समुदाय के एक ही परिवार से एक साथ 3 सांसद हुए हैं। मैं यह भी पूछता हूं कि मुझे बताएं कि क्या कभी एसटी समुदाय के एक ही परिवार से एक साथ 3 सांसद हुए हैं, उनकी कथनी और करनी में बहुत अंतर है।