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कार्ड एक, टिकट अनेक: अब मेट्रो से लोकल तक एक स्वाइप में सफर, विस्तार से जानें क्या-क्या मिलेंगी सुविधाएं

मुंबई (राशी सिंह)। मुंबई के यात्रियों के लिए जल्द ही एक ऐसा युग शुरू होने जा रहा है, जो उनकी यात्रा को न केवल सुविधाजनक बनाएगा, बल्कि समय की बचत और आधुनिकता की झलक भी देगा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की कि मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) में जल्द ही ‘मुंबई 1’ नामक एक एकीकृत स्मार्ट कार्ड लॉन्च किया जाएगा, जो मेट्रो, मोनो रेल, लोकल ट्रेनों और सार्वजनिक बसों में निर्बाध यात्रा की सुविधा देगा। साथ ही मुंबई के उपनगरीय रेलवे नेटवर्क में 238 वातानुकूलित (AC) लोकल ट्रेनों को शामिल करने की भी घोषणा की गई है।
‘मुंबई 1’ कार्ड
‘मुंबई 1’ कार्ड, लंदन के ऑयस्टर कार्ड की तर्ज पर एक प्रीपेड, कॉन्टैक्टलेस स्मार्ट कार्ड होगा, जिसे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MMRDA) द्वारा सह-ब्रांडेड रूप में जारी किया जाएगा। यह कार्ड मेट्रो लाइन 1, 2A और 7 पर पहले से उपयोग में है और जल्द ही मोनोरेल, लोकल ट्रेनों और बसों के लिए भी उपलब्ध होगा।
यात्री इस कार्ड से बिंदु A से B तक एक ही टिकट में यात्रा कर सकेंगे, जिसमें वे परिवहन के विभिन्न साधनों का उपयोग कर सकेंगे। इससे कई बार टिकट काउंटर पर लगने वाली कतारों से मुक्ति मिलेगी। यह ‘टैप एंड गो’ तकनीक पर आधारित होगा और इसमें चिप-सुरक्षा सहित संग्रहीत मूल्य की सुविधा होगी। अगर कार्ड खो जाए या क्षतिग्रस्त हो जाए तो ₹100 का शुल्क लेकर उसे बदला जा सकेगा।
राज्य सरकार ने कहा है कि कार्ड की संरचना एक महीने में तैयार हो जाएगी और इसे जल्द ही लॉन्च कर दिया जाएगा।
238 नई AC ट्रेनें: सफर अब और आरामदायक
मुंबई के उपनगरीय नेटवर्क को मजबूत करने के लिए 238 नई वातानुकूलित लोकल ट्रेनों को मंजूरी दी गई है। पहले ये ट्रेनें दो चरणों - MUTP-3 के तहत 47 और MUTP-3A के तहत 191 - में मिलनी थीं, लेकिन अब इन्हें एक साथ जोड़ा जा रहा है। वैष्णव ने बताया कि इन ट्रेनों का डिजाइन लगभग तैयार है और स्वीकृतियां मिलने के बाद निर्माण जल्द शुरू होगा।
नई AC ट्रेनों को सुपर-डेंस क्रश लोड, बेहतर वेंटिलेशन, अधिक आरामदायक सीटिंग और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया जाएगा। ये ट्रेनें वर्तमान में चल रही non-AC ट्रेनों की जगह धीरे-धीरे लेंगी, जो अपने जीवनचक्र के अंत (25-30 वर्ष) पर पहुंच चुकी होंगी।
कवच और सीबीटीसी: सुरक्षित और तेज रेल यात्रा की तैयारी
रेल मंत्री वैष्णव ने बताया कि ‘कवच 5.0’ नामक उन्नत सुरक्षा प्रणाली, जो ट्रेनों की टक्कर और पटरी से उतरने से बचाएगी, इस वर्ष दिसंबर तक तैयार हो जाएगी। सीबीटीसी तकनीक के उपयोग से दो ट्रेनों के बीच की न्यूनतम दूरी को 180 सेकंड से घटाकर 25-30% तक कम किया जा सकेगा, जिससे ट्रेन आवृत्ति में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। यह प्रणाली चर्चगेट से विरार और सीएसएमटी से पनवेल, कल्याण के बीच लागू की जाएगी।
बुनियादी ढांचे का विस्तार: ₹17,000 करोड़ की परियोजनाएं
मुंबई में रेलवे नेटवर्क के विस्तार और आधुनिकीकरण के लिए ₹17,000 करोड़ की परियोजनाएं चल रही हैं। इसमें पनवेल-कर्जत जैसे नए उपनगरीय गलियारों का निर्माण, कल्याण-बदलापुर और कसारा की ओर अतिरिक्त लाइनें, तथा स्टेशन पुनर्विकास शामिल हैं। ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत मुंबई के 38 स्टेशनों सहित महाराष्ट्र के 132 स्टेशनों का कायाकल्प किया जा रहा है।
हालांकि, कुछ परियोजनाएं भूमि अधिग्रहण और पीएपी पुनर्वास की चुनौतियों के कारण रुकी हुई हैं, जैसे कि सीएसएमटी-कुर्ला की 5वीं और 6वीं लाइन और गोरेगांव-बोरीवली खंड पर हार्बर लाइन का विस्तार।
अन्य योजनाएं और निवेश
रेल मंत्री ने यह भी बताया कि इस वर्ष महाराष्ट्र में कुल ₹1.73 लाख करोड़ की रेलवे परियोजनाएं प्रगति पर हैं, जबकि ₹23,778 करोड़ के नए कार्य स्वीकृत किए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोंदिया-बल्लारशाह रेललाइन के दोहरीकरण को भी मंजूरी दी है, जिसकी लागत ₹4,819 करोड़ है और इससे विदर्भ, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के बीच संपर्क बेहतर होगा।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 'छत्रपति शिवाजी महाराज सर्किट ट्रेन' की भी घोषणा की, जो महाराष्ट्र के ऐतिहासिक किलों और स्थलों का भ्रमण कराएगी।