
- Home
- /
- मुख्य समाचार
- /
- नीतीश कैबिनेट का हुआ...
नीतीश कैबिनेट का हुआ विस्तार, बीजेपी कोटे से 7 विधायक को दिलाया शपथ, जानें किन्हें मिली जगह

पटना। बिहार में नीतीश कुमार सरकार का कैबिनेट विस्तार हुआ है। नीतीश कुमार की कैबिनेट में कुल सात विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है। ये सभी मंत्री भाजपा कोटे से बनाए गए हैं। इनमें दरभंगा जिले से दो मंत्रियों को जगह मिली है। इसी तरह तिरहुत प्रमंडल से दो मंत्री बनाए गए हैं। इसके अलावा पटना, पूर्णिया और सारण प्रमंडल से एक-एक मंत्री को नीतीश कैबिनेट में जगह मिली है। जिन सात चेहरों को नीतीश कैबिनेट में जगह मिली है उनमें अररिया जिले की सकटी विधानसभा सीट से विधायक विजय कुमार मंडल, दरभंगा जिले की जाले सीट से विधायक जीवेश मिश्रा और दरभंगा जिले की ही दरभंगा सीट से विधायक संजय सरावरी, सीतामढ़ी जिले की रीगा सीट से विधायक मोतीलाल प्रसाद, मुजफ्फरपुर जिले की साहेबगंज से विधायक राजू कुमार सिंह, नालंदा जिले की बिहारशरीफ सीट से विधायक डॉ. सुनील कुमार और सारण जिले की अमनौर सीट से विधायक कृष्ण कुमार मंटू शामिल हैं।
सात मंत्रियों को दिलाई गई शपथ
दरअसल, सात मंत्रियों को शपथ दिलाई गई उनके जरिए बीजेपी ने सभी जातियों को साधने की कोशिश की है। इन मंत्रियों में एक राजपूत, एक भूमिहार, एक कुर्मी, एक केवट, एक कुशवाह, एक तेली और मारवाड़ी समाज से आते हैं। मंत्री बनाए गए विधायकों में कुर्मी जाति के कृष्ण कुमार मंटू, केवट जाति के विजय मंडल, राजपूत जाति के राजू सिंह, भूमिहार जाति के जीवेश मिश्रा, कुशवाहा जाति के सुनील कुमार, तेली जाति के मोतीलाल प्रसाद और मारवाड़ी समाज के संजय सारावगी शामिल हैं। ऐसी अटकलें थीं कि भाजपा राजद के परंपरागत यादव वोटबैंक में सेंध लगाने के लिए यादव जाति के किसी विधायक को भी मंत्रिमंडल में शामिल कर सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस विस्तार में पार्टी ने अगड़ी जातियों से तीन नेताओं को मौका दिया। वहीं, चार पिछड़ी जाति के नेताओं ने शपथ ली।