
- Home
- /
- मुख्य समाचार
- /
- परीक्षा पे चर्चा: पीएम...
परीक्षा पे चर्चा: पीएम मोदी की छात्रों को अनमोल सीख

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के सुंदर नर्सरी में छात्रों से संवाद किया और परीक्षा को लेकर उनके मन में मौजूद सवालों के जवाब दिए। 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने तनाव मुक्त परीक्षा, जीवन में सफलता, अभिभावकों की भूमिका और छात्रों के समग्र विकास पर महत्वपूर्ण बातें साझा कीं।
1. असफलता एक सीख है, किताबों से आगे भी है सफलता
प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों से कहा कि परीक्षा में असफल होने से जीवन नहीं रुकता। यह आपके लिए एक नया अवसर है। आपको तय करना होगा कि आपको सिर्फ किताबों में सफलता चाहिए या जीवन में। असफलताओं से सीखना ही असली सफलता है।
2. करियर में स्वतंत्रता, जबरदस्ती न करें माता-पिता
पीएम मोदी ने कहा कि अगर कोई बच्चा कलाकार बनना चाहता है, तो उसे डॉक्टर या इंजीनियर बनने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। इससे जीवनभर तनाव बना रहता है। माता-पिता को अपने बच्चों की रुचि को पहचानकर उन्हें उसी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
3. सामाजिक दबाव और तुलना से बचें
प्रधानमंत्री मोदी ने माता-पिता को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों की तुलना दूसरों से नहीं करनी चाहिए और न ही उनकी आलोचना सार्वजनिक रूप से करनी चाहिए। हर बच्चे की अपनी विशिष्टता होती है, उसे अपनाना जरूरी है।
4. मानसिक शांति के लिए ध्यान और प्राणायाम जरूरी
परीक्षा के तनाव को दूर करने के लिए पीएम मोदी ने छात्रों को प्राणायाम और श्वास क्रिया का अभ्यास करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि "दबाव से बचने के लिए हमें अपने कौशल पर ध्यान देना चाहिए।"
5. समय का बेहतर उपयोग करें
पीएम मोदी ने कहा कि हमें सोचना चाहिए कि अपने समय का सर्वोत्तम उपयोग कैसे करें। एक छात्र को वर्तमान पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और खुलकर अपने विचार साझा करने चाहिए।
6. परीक्षा ही सब कुछ नहीं, संतुलित जीवन जरूरी
उन्होंने कहा कि छात्र केवल रोबोट नहीं हैं। पढ़ाई का मकसद समग्र विकास होना चाहिए। परीक्षा ही सब कुछ नहीं होती, छात्रों को अपनी पसंदीदा गतिविधियों में भी समय देना चाहिए ताकि उनका मानसिक और शारीरिक विकास हो सके।
7. सम्मान अर्जित किया जाता है, मांगा नहीं जाता
प्रधानमंत्री मोदी ने नेतृत्व और आदर्श जीवन पर जोर देते हुए कहा कि सम्मान की मांग नहीं की जाती, बल्कि उसे अर्जित किया जाता है। एक सच्चा नेता वही होता है, जो अपने उपदेशों को खुद भी अपनाता है और लोगों की समस्याओं को समझता है।
8. परीक्षा में कम ग्रेड तनाव का कारण नहीं
पीएम मोदी ने कहा कि हमारा समाज ऐसा है कि कम ग्रेड आने पर घर में तनाव का माहौल बन जाता है। लेकिन छात्रों को खुद को चुनौती देते रहना चाहिए और आत्मविश्वास बनाए रखना चाहिए।
9. स्वास्थ्य और नींद का महत्व
प्रधानमंत्री ने छात्रों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की सलाह देते हुए कहा कि बीमार न होने का मतलब यह नहीं कि आप स्वस्थ हैं। नींद भी पोषण पर निर्भर करती है, और सभी को सुबह की धूप में कुछ समय बिताना चाहिए।
10. बाजरा और सब्जियों के महत्व पर चर्चा
पीएम मोदी ने छात्रों के साथ बाजरा और सब्जियों के महत्व पर भी चर्चा की और संतुलित आहार को दिनचर्या में शामिल करने की सलाह दी। 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी की ये बातें छात्रों के लिए न केवल परीक्षा संबंधी चिंताओं को कम करने में मददगार होंगी, बल्कि उनके समग्र विकास को भी बढ़ावा देंगी।