इस देश में अगर आप दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग, ईबीसी, और महिला हो तो आप सेकेंड क्लास सिटीजन हो। यह मैं ऐसे ही नहीं पढ़ लिखकर बोल रहा हूं।