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राहुल गांधी ने ऐसा क्यों कहा- अगर मोहन भागवत किसी और देश में ऐसे बयान देते तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता, नड्डा ने किया पलटवार

Nandani Shukla
15 Jan 2025 5:42 PM IST
राहुल गांधी ने ऐसा क्यों कहा- अगर मोहन भागवत किसी और देश में ऐसे बयान देते तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता, नड्डा ने किया पलटवार
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मोहसिन खान

नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को मोहन भागवत के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। राहुल गांधी ने कहा-मोहन भागवत कह रहे हैं कि 1947 में भारत को सच्ची आज़ादी नहीं मिली थी। यह बयान हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और हर एक भारतीय नागरिक का अपमान है। भागवत का यह कमेंट हमारे संविधान पर हमला है। राहुल ने यह बात कांग्रेस के नए मुख्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम में कही। उन्होंने आगे कहा-भागवत हर दो-तीन दिन में अपने बयानों से यह बताते रहते हैं कि वे स्वतंत्रता आंदोलन और संविधान के बारे में क्या सोचते हैं। हाल ही में उनका बयान देशद्रोह है, क्योंकि इसका मतलब है कि संविधान का कोई औचित्य नहीं है।

राहुल ने कहा-भागवत के हिसाब से अंग्रेजों के खिलाफ आज़ादी की लड़ाई का कोई महत्व नहीं है। अगर मोहन भागवत किसी और देश में ऐसे बयान देते तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता और उनके खिलाफ केस भी चलता। भाजपा और आरएसएस ने हमारे देश की हर संस्था पर कब्जा कर लिया है। अब हम भाजपा, आरएसएस और भारतीय राज्य से ही लड़ रहे हैं। इस पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक्स पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा-राहुल गांधी ने स्पष्ट कर दिया है कि वे भारत से लड़ रहे हैं। ये लोग भारत को अपमानित और बदनाम करना चाहते हैं और भारत को कमजोर करना चाहते हैं।

राहुल ने भागवत के बयान का जवाब देते हुए कहा-हमारे पास कृष्ण, नानक, बुद्ध, कबीर हैं, क्या ये सभी आरएसएस की विचारधारा हैं? हमारी विचारधारा हजारों साल पुरानी है, जो आरएसएस की विचारधारा से लड़ रही है। हमारे पास शिव, गुरुनानक, कबीर और महात्मा गांधी जैसे प्रतीक हैं, जिन्होंने समानता और भाईचारे के लिए लड़ाई लड़ी। क्या ये सभी संघ की विचारधारा हैं? नहीं, ये सब हमें और देश को सही रास्ता दिखाते हैं।

राहुल ने आरएसएस और कांग्रेस की विचारधारा में अंतर बताते हुए कहा-यह दो विचारों के बीच की लड़ाई है। एक हमारा विचार है, जो संविधान का विचार है और दूसरी तरफ आरएसएस का विचार है, जो इसके उलट है। देश में कोई और नहीं, सिर्फ कांग्रेस ही भाजपा और आरएसएस के एजेंडे को रोक सकती है, क्योंकि हम एक विचारधारा वाली पार्टी हैं।

राहुल ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा-आज सभी जांच एजेंसियों को केवल विपक्षी नेताओं को घेरने और जेल भेजने का काम सौंपा गया है। चुनाव आयोग को खुद को पाक-साफ करने की जरूरत है। चुनाव आयोग को महाराष्ट्र और हरियाणा चुनाव का डेटा देना चाहिए, लेकिन इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। हमें कैसे भरोसा होगा कि चुनाव पारदर्शी तरीके से हो रहे हैं?

इस पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा-कांग्रेस का घिनौना सच अब उनके नेता ने उजागर कर दिया है। मैं राहुल गांधी की सराहना करता हूं कि उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि वे भारत से लड़ रहे हैं। यह कोई रहस्य नहीं है कि राहुल और उनके पारिस्थितिकी तंत्र के अर्बन नक्सलियों के साथ घनिष्ठ संबंध हैं। ये लोग भारत को अपमानित और बदनाम करना चाहते हैं। कांग्रेस का इतिहास उन ताकतों को प्रोत्साहित करने का रहा है, जो कमजोर भारत चाहते हैं।

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