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महाकुंभ में ट्रैफिक नियंत्रण के लिए 12 हजार जवान, 10 लाख गाड़ियों की पार्किंग का इंतजाम

Nandani Shukla
13 Jan 2025 2:30 PM IST
महाकुंभ में ट्रैफिक नियंत्रण के लिए 12 हजार जवान, 10 लाख गाड़ियों की पार्किंग का इंतजाम
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मोहसिन खान

प्रयागराज। दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ आज से शुरू हो गया। पहला स्नान पौष पूर्णिमा है। महाकुंभ में 40 करोड़ लोगों के आने की संभावना है। इसके लिए ट्रैफिक मैनेजमेंट संभालना सबसे अहम है। दुनिया के हर बड़े आयोजनों की यातायात व्यवस्था का प्रेजेंटेशन देखने, हर देश के इंतजामों पर मंथन के बाद महाकुंभ का ट्रैफिक प्लान तैयार हुआ है। आने वाले लोगों की गाड़ियों को पार्क करने के लिए 130 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। इनमें 10 लाख गाड़ियों को पार्क कराने की तैयारी है।

वाली पार्किंग खोल दी जाएगी। पहले राउंड में 102 पार्किंग को खोला जाएगा। इसके बाद 28 इमरजेंसी पार्किंग में वाहन खड़े कराए जाने लगेंगे। सबसे अहम बात यह है कि स्नान पर्व के एक दिन पहले से और एक दिन बाद तक प्रयागराज शहर (प्रयागराज कमिश्नरेट और मेला क्षेत्र) 'नो-व्हीकल जोन' रहेगा।

किस रूट से आने वाले लोग कैसे संगम क्षेत्र पहुंचेंगे

लखनऊ-कानपुर मार्ग- लखनऊ मार्ग से श्रद्धालुओं के बड़े वाहन मालिक हरहर चौराहा (नवनिर्मित सिक्स लेन ब्रिज के नीचे) से सर्विस लेन होकर बेला कछार पार्किंग में गाड़ी पार्क करेंगे। यहां से श्रद्धालु पैदल पांटून पुल पारकर मेला क्षेत्र में बने स्नान घाटों पर स्नान कर सकेंगे।

प्रतापगढ़-अयोध्या मार्ग- इस मार्ग से आने वाले बड़े वाहनों को सिक्स लेन ब्रिज होकर बेला कछार पार्किंग में पार्क कराया जाएगा। यहां से श्रद्धालु पैदल पीपा पुल पार करके मेला क्षेत्र में स्थित स्नान घाट में स्नान कर सकेंगे। बेला कछार पार्किंग भरने पर दूसरी पार्किंग में वाहनों को खड़ा किया जाएगा, जहां शटल बस की सुविधा रहेगी।

वाराणसी मार्ग- वाराणसी की तरफ से आने वाले श्रद्धालुओं के बड़े वाहन हंडिया-प्रयागराज मार्ग वाया हनुमानगंज होकर मुख्य मार्ग पर दाहिनी ओर स्थित जनपदीय कान्हा मोटर्स पार्किंग (रिंग रोड के समीप) में पार्क किए जाएंगे। यहां से श्रद्धालु शटल बस से अंदावा चौराहे तक जा सकेंगे। इसके बाद पैदल ओल्ड जीटी रोड से होकर सेक्टर-16 के घाट पर स्नान करेंगे।

ऑर्थोडॉक्स के बड़े समुदाय को समुदाय मार्ग स्थित रज्जू भइया विश्वविद्यालय से दाएं मुड़ना होगा। सरस्वती हाईटेक मार्ग होकर सरस्वती हाईटेक पश्चिमी पार्किंग में वाहनों को पार्क कराया जाएगा। यहां से श्रद्धालु पैदल चलकर सेक्टर- 24 और 25 यानी अरैल क्षेत्र के घाट पर स्नान करेंगे।

बांदा-चित्रकूट मार्ग- बांदा-चित्रकूट से आने वाले बड़े वाहनों को मामा-भांजा तिराहा बैरियर ड्यूटी प्वाइंट से दाएं मुड़ना होगा। वाहनों को चाका ग्राम गंगानगर (एफसीआई रोड) पार्किंग में पार्क कराया जाएगा। यहां से श्रद्धालु पैदल मल्हरा आरओबी नैनी होकर अरैल घाट पहुंचकर स्नान करेंगे।

कौशांबी मार्ग- कौशांबी मार्ग से आने वाले बड़े वाहन जीटी रोड स्थित नेहरू पार्क पार्किंग और एयरफोर्स मैदान पार्किंग में पार्क कराए जाएंगे। यहां से श्रद्धालु शटल बस से बालसन चौराहे तक आ सकेंगे। फिर बालसन चौराहा, जीटी जवाहर चौराहा, काली मार्ग रैंप होकर संगम तक जाएंगे। स्नान करके अक्षयवट होते हुए त्रिवेणी मार्ग से वापस आएंगे। परेड, झूसी एवं अरैल जोन के लिए अलग-अलग यातायात योजना है। तीर्थ यात्रियों को संगम क्षेत्र के निकटतम पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा ताकि उन्हें कम से कम पैदल चलना पड़े।

वाहनों की तुलना में पैदल तीर्थयात्रियों को प्राथमिकता दी गई है। इनके लिए मेला क्षेत्र में जाने के लिए अपेक्षाकृत कम दूरी का मार्ग निर्धारित किया गया है। मुख्य पर्वों के लिए आपातकालीन योजना (डायवर्जन स्कीम) भी तैयार की गई है, जिसे विशेष परिस्थितियों में लागू किया जाएगा। मुख्य स्नान के दिनों में (D-1 से D+1 तक) पर्व से 1 दिन पहले एवं पर्व से 1 दिन बाद प्रयागराज शहर (प्रयागराज कमिश्नरेट एवं मेला क्षेत्र दोनों) को 'नो- व्हीकिल जोन' घोषित किया जाएगा।

कमिश्नरेट प्रयागराज के सीमावर्ती जनपद कौशाम्बी, प्रतापगढ़, फतेहपुर, चित्रकूट, वाराणसी, मिर्जापुर, जौनपुर, भदोही, रायबरेली, रींवा, सतना में भी डायवर्जन प्लान और यातायात को नियंत्रित करने की योजना लागू की जा रही है। श्रद्धालुओं को सामान्य दिनों में शटल बस, सीएनजी ऑटो एवं ई-रिक्शा की सुविधा प्रदान करने की योजना बनी है।

श्रद्धालुओं की सुविधा एवं मार्गदर्शन के लिए 1700 से अधिक साइनेज बोर्ड की व्यवस्था की गई है।

प्रयागराज जनपद में 230 स्थानों पर वैरिएबल मैसेज डिस्प्ले बोर्ड लगाए जा रहे हैं ताकि श्रद्धालुओं को आवश्यक सूचनाएं सहज रूप से सुलभ हो सकें।

महाकुंभ के ट्रैफिक प्लान को लागू कराने में करीब 12 हजार पुलिसकर्मियों की टीम लगाई गई है। इनमें 60 अधिकारी हैं। ट्रैफिक संभालने से पहले एक महीने तक इन पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग दी गई। प्रजेंटेशन के जरिए इन्हें रूट समझाए गए।

चारों दिशाओं का ट्रैफिक प्लान अलग-अलग है। साथ ही प्रयागराज शहर-महाकुंभ क्षेत्र का ट्रैफिक प्रबंधन अलग रखा गया है। एमपी बॉर्डर यानी रीवा चाकघाट से प्रयागराज की सीमा में प्रवेश करते ही महाकुंभ का प्लान लागू हो जाएगा। प्रयागराज शहर में प्रवेश करते ही अलग प्लान पर गाड़ियों को आगे निकाला जाएगा।

शहर के अलावा महाकुंभ क्षेत्र की तरफ बढ़ते ही ट्रैफिक प्लान अलग रूप ले लेगा। सामान्य दिनों और स्नान पर्व के दौरान अलग-अलग ट्रैफिक प्लान लागू होंगे।

कुंभ में आएं तो क्या न करें

1. ट्रैफिक कंट्रोल के लिए यहां जगह-जगह बैरिकेड्स लगाए गए हैं। पुलिसकर्मी आपकी सुरक्षा में ही लगे हैं, इसलिए पुलिस से बिना बहस किए उनकी बात मानें।

2. स्नान करते वक्त पानी में बैरिकेड्स के रूप में जो जेटी लगाई जाती है, आप इसके आगे जाने की कोशिश न करें।

3. जल्दबाजी में दौड़कर या फिर किसी को धक्का देकर आगे बढ़ने की कोशिश न करें।

4. प्लास्टिक का प्रयोग न करें, चिप्स, पानी की खाली बोतल इधर उधर न फेंके।

5. कुंभ क्षेत्र में साफ- सफाई का ख्याल रखें, खुले में शौच न करें।

6. लावारिस चीजों को न छुएं, इसकी सूचना संबंधित कर्मचारियों को दें।

7. संगम में पुण्य अर्जन के लिए दान करें। दान लेने से बचें।

8. कुंभ में अपने लाए अन्न और वस्त्र का उपयोग करें। दूसरों का अन्न ग्रहण करने से बचें।

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