भारतीय जनता पार्टी ने अपने चाणक्य अमित शाह और बैकबोन नरेंद्र मोदी के साथ पिछले 5 वर्षों में विभिन्न संगठनों के साथ मिलकर 16 राज्य में सरकार बनाई। राजनीतिक लिहाज से इन 5 वर्षों में भारतीय जनता पार्टी का प्रदर्शन ठीक-ठाक ही रहा था लेकिन इतने प्रदर्शन के दम पर 16 राज्य में सरकार बना लेनी अपने आप में एक बड़ी कहानी है….
यह सब कुछ संभव हुआ है भारतीय जनता पार्टी के चाणक्य अमित शाह और बैकबोन नरेंद्र मोदी की बदौलत…. आज हम आपको बताएंगे 2018 से लेकर अब तक कितने राज्य में चुनाव हुए और भारतीय जनता पार्टी को कब-कब बहुमत होगा और कितने राज्यों में सरकार बनी है…
सबसे पहले बात करते हैं वर्ष 2018 की जब छत्तीसगढ़, कर्नाटक, मिजोरम, राजस्थान, तेलंगाना में चुनाव हुआ, जिसमें यहां भाजपा सिर्फ दो राज्यों में सरकार बना पाई...
2020 में दिल्ली व बिहार चुनावों का दौर चला लेकिन इसमें भाजपा को बिहार में सरकार बनाने का ही अवसर प्राप्त हुआ वहीं 2021 में पांच राज्यों में चुनाव हुआ लेकिन असम, केरल, पुंडुचेरी, तमिलनाडु व पश्चिम बंगाल में कहीं भी बहुमत नहीं मिला लेकिन हैरत की बात यह है कि इस समय भी भाजपा दो राज्यों में सरकार बनाने में कामयाब हो गई।
2022 की बात करें तो सात राज्यों के चुनाव आयोजित में गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, मणिपुर, पंजाब, यूपी, उत्तराखण्ड शातिल हैं, इस चुनाव में भाजपा को 4 राज्यों में बहुमत प्राप्त हुआ लेकिन भाजपा ने पांच राज्यों में सरकार बनाई। वहीं अब बात करें 2023 के चुनावों की तो भाजपा को चार राज्यों के चुनाव में 1 राज्य में में ही बहुमत प्राप्त हो सका है। त्रिपुरा, नागालैंड, मेघालय, कर्नाटक लेकिन हैरत की बात ये कि तीन राज्यों में भाजपा सरकार है।
कुल मिलाकर पिछले पांच वर्षों में 31 राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा को महज 6 राज्यों में बहुमत मिला लेकिन भाजपा के चाणक्य अमित शाह और बैक बोन नरेंद्र मोदी के दम पर भाजपा ने 16 राज्यों में सरकार बना ली...
वहीं कांग्रेस की बात करें तो पिछले 5 वर्षों में 31 विधानसभा चुनाव हुए जिनमें से 3 प्रदेशों में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत प्राप्त हुआ जबकि जबकि 9 राज्यों में कांग्रेस सरकार बनाने में कामयाब हुई… इस तरह से देखें तो राजनीतिक समीकरणों को साधने में भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस से ज्यादा महत्वपूर्ण साबित हुई… राजनीतिक समीकरणों को समझने में भाजपा के नेताओं ने बहुत ही बारीकी से एनालिसिस किया जिसकी वजह से कांग्रेस को ऊंचाइयों तक पहुंचने में कामयाबी हाथ नहीं लगी जितना कांग्रेसी सोच रहे थे।
सबसे बड़ा सवाल 2024 का है… क्या 2024 में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी केंद्र में अपने सत्ता को का बीज कर पाएगी… जी हां विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद लोकसभा के चुनाव पर सियासी कद्दावरों की निगाहें टिकी हुई है। भाजपा अपराध मुक्त दंगा मुक्त और भ्रष्टाचार मुक्त शासन को प्राथमिकता के आधार पर लेकर चुनाव लड़ रही है तो वहीं पर कांग्रेस भी इन्हीं मुद्दों को अपना हथियार बनाकर जनता के समक्ष है खड़ी है…
हिंदुत्व के झंडे को बुलंद कर भारतीय जनता पार्टी खुद के शासन को मजबूत तरह से पेश कर सकी है जिसका परिणाम यह रहा कि भारतीय जनता पार्टी के समक्ष विपक्ष को महागठबंधन बनाने की जरूरत आन पड़ी लेकिन इस महागठबंधन के आने पर भी भाजपा का विजय रथ लगातार जारी रहा…. उम्मीद जताई जा रही है कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार भी अपने विजय अभियान को जारी रखेंगे और केंद्र में एक बार फिर सत्ता का कार्यकाल बढ़ जाएगा….