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UP Politics: कांग्रेस बसपा से नजदीकियां बढ़ाकर सपा पर दबाव बना रही , मुस्लिम वोट बैंक पर बनाए हुए है नजर.।
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UP Politics: कांग्रेस बसपा से नजदीकियां बढ़ाकर सपा पर दबाव बना रही , मुस्लिम वोट बैंक पर बनाए हुए है नजर.।
कांग्रेस आने वाले लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में कम से कम बीस सीटों पर अपनी दावेदारी कायम रखेगी। पार्टी ने सवर्ण अजय राय को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर एक दांव जरूर खेला है पर उसकी नजर मुस्लिम वोट बैंक पर भी गड़ी है। पार्टी के नेता मानकर चल रहे हैं कि लोकसभा चुनाव में मुस्लिम एकजुट होकर कांग्रेस के पाले में आएंगे।
उत्तर प्रदेश न्यूज़- कांग्रेस आने वाले लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में कम से कम बीस सीटों पर अपनी दावेदारी कायम रखेगी। पार्टी ने सवर्ण अजय राय को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर एक दांव जरूर खेला है पर उसकी नजर मुस्लिम वोट बैंक पर भी गड़ी है। पार्टी के नेता मानकर चल रहे हैं कि लोकसभा चुनाव में मुस्लिम एकजुट होकर कांग्रेस के पाले में आएंगे।
कांग्रेस उत्तर प्रदेश में अन्य सहयोगी दलों के बीच अपनी स्थिति को मजबूत भी रखना चाहती है। सीटों के बंटवारे में वह दूसरे दलों के मुकाबले खुद को निर्णायक भूमिका में रखने की रणनीति के तहत ही प्रमुख विपक्षी दल सपा पर दबाव बनाने का प्रयास भी कर रही है।
हालांकि, बसपा अब तक किसी से गठबंधन करने से इनकार करती रही है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बाद प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी दिल्ली में बसपा सांसद दानिश अली से भेंट की। इन मुलाकातों के राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं।
कांग्रेस मुस्लिम वोट बैंक को साधने का बड़ा दांव खेलेगे।
माना जा रहा है कि बसपा से नजदीकियां बढ़ती दिखाकर सपा पर दबाव बनाने के साथ ही इसके पीछे कांग्रेस का मुस्लिम वोट बैंक साधने का बड़ा दांव भी है। दानिश लोकसभा चुनाव 2019 से पहले दानिश अली कर्नाटक में एचडी देवीगौड़ा की पार्टी जेडीएस से जुड़े थे, जिसे छोड़कर वह बसपा में शामिल हुए थे और बसपा सुप्रीमो मायावती ने उन्हें मुस्लिम बहुल सीट अमरोहा से चुनाव मैदान में उतारा था।
हालांकि, कांग्रेस के सामने इस बार अपनी परंपरागत सीट अमेठी को जीतने के साथ ही रायबरेली सीट को बचाने की भी बड़ी चुनौती होगी। यह उसकी साख का सवाल है।