बिधूड़ी ने पहलवान साक्षी मलिक के संन्यास की घोषणा और टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता बजरंग पुनिया के पद्मश्री लौटाने पर दोनों को नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की मानसिकता एथलीटों जैसी होनी चाहिए उन्हें किसी का औजार नहीं बनना चाहिए। सांसद ने कहा कि इन खिलाड़ियों ने देश को गौरवान्वित किया है जिन्हें आगे भी देश के लिए खेलना चाहिए।
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) चुनावों पर तीखी बहस के बीच भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी का बयान सामने आया है। बिधूड़ी ने कहा कि नया अध्यक्ष केवल अपना काम करेगा और खिलाड़ियों को भी अपना काम करना चाहिए।
किसी का औजार न बनें खिलाड़ी
इसी के साथ बिधूड़ी ने पहलवान साक्षी मलिक के संन्यास की घोषणा और टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता बजरंग पुनिया के पद्मश्री लौटाने पर कहा कि खिलाड़ियों की मानसिकता एथलीटों जैसी होनी चाहिए, उन्हें किसी का औजार नहीं बनना चाहिए।
भाजपा सांसद ने कहा कि इन खिलाड़ियों ने देश को गौरवान्वित किया है, वे प्रतिभाशाली एथलीट हैं, जिन्हें आगे भी देश के लिए खेलना चाहिए।
कांग्रेस नेताओं पर साधा निशाना
बिधूड़ी ने बिना नाम लिए कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली बार, हरियाणा के राजनेता अपने राजनीतिक लाभ के लिए एथलीटों को सामने लाए थे, जिसके कारण इन एथलीटों का करियर खराब कर दिया। रमेश बिधूड़ी ने आगे कहा कि जो भी डब्ल्यूएफआई प्रमुख के रूप में चुना गया हो, खिलाड़ियों का काम केवल अभ्यास करना है।
संजय सिंह को बनाया गया है WFI प्रमुख
पूर्व WFI प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के सहयोगी संजय सिंह को भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) का नया अध्यक्ष चुना गया।
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने शनिवार को कहा कि पहलवान को पुरस्कार नहीं लौटाना चाहिए था, क्योंकि यह उनका अधिकार था।
साक्षी मलिक ने किया कुश्ती छोड़ने का एलान
बता दें कि ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया था। हाल ही में साक्षी ने घोषणा की कि वह बृजभूषण के सहयोगी संजय सिंह के महासंघ के अध्यक्ष चुने जाने के बाद कुश्ती छोड़ रही हैं।