मध्य प्रदेश में स्पष्ट बहुमत के साथ भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने से कांग्रेस परेशान थी और अब डॉ. मोहन यादव की ताजपोशी की खबर से राष्ट्रीय जनता दल बौखलायी हुई है। पार्टी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने क्या-क्या कहा, जानें पूरी बात आगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार के खिलाफ बने इंडी एलायंस को दरकिनार कर जब कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में पटखनी खायी तो लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल पर उतना असर नहीं था। लेकिन, जैसे ही भाजपा ने यादव जाति से मुख्यमंत्री के रूप में डॉ. मोहन यादव पर दांव खेला तो राजद की परेशानी साफ झलक गई। भाजपा के यादव दांव को राजद वाले बेकार भी बता रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ इसपर प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं। राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि यादवों के सर्वमान्य नेता लालू प्रसाद यादव ही हैं। भाजपा के दांव से बिहार पर कोई असर नहीं होगा।
लालू यादव ने देश की राजनीति को नया आयाम दिया
पटना में राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जाति आधारित गणना और आरक्षण के दायरा बढ़ाने से भाजपा घबराहट में है। इसलिए मध्य प्रदेश में यादव समाज से मुख्यमंत्री बनाया है। लेकिन, इससे कोई फायदा नहीं है। जनता सबकुछ जानती है। राजद सुप्रीमो लालू यादव देश के सबसे बड़े ओबीसी के चेहरे हैं। लालू यादव ने देश की राजनीति को नया आयाम दिया है। गरीबों को उनका हक दिलाया है। इसलिए आजकल कुछ राजनीतिक दल को बिना मन से ही फैसला लेना पड़ रहा है। लालू यादव में हमारे दल के नेताओं का विश्वास है।
मोहन यादव से पहले नित्यानंद राय का प्रयोग बिहार में हुआ था
वहीं बिहार सरकार के मंत्री और जदयू के वरीय नेता जमा खान ने भी भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि 2024 और 2025 के चुनाव में जाति-धर्म का कोई भी कार्ड बिहार में नहीं चलने वाला है। भाजपा जितना भी कलाकारी कर लें, जनता सब जानती है। बिहार की जनता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चाहती है। मोहन यादव से पहले नित्यानंद राय का प्रयोग बिहार में हुआ था, उससे क्या हो गया? मंत्री जमा खान ने दावा किया कि जाति कार्ड पर भाजपा को 10 वोट भी नहीं मिलेगा। महागठबंधन के पास ज्यादा दमदार नेता है। इस बार हमारे नेता के हाथों दिल्ली में तिरंगा लहराया जाएगा। भाजपा के लोग नीतीश कुमार से डर गए हैं इसलिए जाति और धर्म का कार्ड खेल रहे हैं।