कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर और 14 फरवरी को अबू धाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे। मुझे आशा है कि इसके तुरंत बाद चुनाव होंगे। थरूर की आलोचनात्मक टिप्पणी इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि कांग्रेस को इस भव्य आयोजन से दूरी बनाए रखने के लिए अपने गठबंधन सहयोगियों के दबाव का सामना करना पड़ रहा है।
तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने शुक्रवार को देश की जनता से 'अच्छे दिन' के वादे को लेकर बीजेपी से सवाल किया है। दरअसल, राम मंदिर के आगामी अभिषेक और अबू धाबी में बीएपीएस मंदिर के उद्घाटन से को लेकर थरूर ने दावा किया कि भाजपा अपने संदेश पर वापस लौट रही है।
फरवरी 2024 में प्रधानमंत्री द्वारा अबू धाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर के उद्घाटन का निमंत्रण स्वीकार करने के एक दिन बाद थरूर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रधानमंत्री पर सवाल उठाए।
सोशल मीडिया पर किया पोस्ट
शशि थरूर ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर और 14 फरवरी को अबू धाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे। मुझे आशा है कि इसके तुरंत बाद चुनाव होंगे। संदेश स्पष्ट है। 2009 में, मोदी को भारतीय मतदाताओं के सामने आर्थिक विकास के अवतार, गुजरात इंक. के सीईओ के रूप में पेश किया गया था, जो सभी भारतीयों के लिए विकास लाएंगे।"
पीएम मोदी पर साधा निशाना
उन्होंने लिखा, "2019 में, नोटबंदी, पुलवामा आतंकवादी हमले ने मोदी को आम चुनाव को राष्ट्रीय सुरक्षा चुनाव में बदलने का मौका दिया। 2024 में, यह स्पष्ट है कि भाजपा अब अपने मूल में वापस आ जाएगी और राष्ट्र को नरेंद्र मोदी को एक हिंदू हृदय सम्राट के रूप में पेश करेगी।"
"यह सब सवाल उठाता है: अच्छे दिनों का क्या हुआ? हर साल 2 करोड़ नौकरियों का क्या हुआ? आर्थिक विकास का क्या हुआ, जिससे सामाजिक-आर्थिक सीढ़ी के निचले पायदानों को फायदा होगा? खर्च योग्य आय को जेब में डालने का क्या हुआ और प्रत्येक भारतीय के बैंक खाते? इन सवालों पर उस चुनाव में बहस करनी होगी।"
कांग्रेस पर आयोजन से दूरी बनाने का दबाव
दरअसल, थरूर की आलोचनात्मक टिप्पणी इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि कांग्रेस को इस भव्य आयोजन से दूरी बनाए रखने के लिए इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) जैसे अपने गठबंधन सहयोगियों के दबाव का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी जैसे नेता पहले ही अभिषेक समारोह का निमंत्रण अस्वीकार कर चुके हैं।
इस बीच, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह के लिए कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भी निमंत्रण भेजा है। हालांकि, इस बात को लेकर पुष्टि नहीं हो सकी है कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कौन-कौन शामिल होगा।