'इस उम्र में भी...' जब पीएम मोदी ने की थी सपा सांसद की खुलकर तारीफ, तालियों से गूंज उठा था सदन
सपा के वरिष्ठ नेता शफीकुर्रहमान बर्क नहीं रहे। उन्होंने हमेशा मुस्लिम समुदाय के अधिकारों को मुद्दा उठाया। मोदी सरकार में भले ही वो सदन में विपक्ष के नेता के रूप में जाने जाते थे लेकिन कुछ दिनों पहले पीएम मोदी ने भी उनकी जमकर तारीफ की थी। 11 जुलाई 1930 को जन्मे शफीकुर्रहमान बर्क ने अपनी राजनीतिक जीवन की शुरुआत भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के साथ की।
समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क का आज 94 साल की उम्र में निधन हो गया है। मुरादाबाद के सिद्ध हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली।
वो संभल लोकसभा सीट से सांसद थे। तबीयत खराब रहने के बावजूद उन्होंने हमेशा एक सांसद का फर्ज निभाया और लोकसभा की कार्रवाई में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया।
जब पीएम मोदी ने की थी शफीकुर्रहमान बर्क की तारीफ
इस बात का जिक्र पिछले कुछ दिनों पहले पीएम मोदी ने भी की थी। केंद्र सरकार द्वारा बुलाए गए संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र में पीएम मोदी ने अपने संबोधन में शफीकुर्रहमान बर्क का जिक्र करते हुए कहा, "यह बड़ी बात है कि संभल के सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क आज 93 साल की उम्र होने के बाद भी इस सदन में बैठें हैं। सदन के प्रति हर सदस्य की ऐसी ही निष्ठा होनी चाहिए।" पीएम मोदी की इस बात पर पूरा सदन तालियों से गूंज उठा था।
सपा ने जताया दुख
शफीकुर्रहमान बर्क के निधन पर शोक जाहिर करते हुए समाजवादी पार्टी ने कहा,"समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता, कई बार के सांसद जनाब शफीकुर्रहमान बर्क साहब का इंतकाल, अत्यंत दु:खद।
उनकी आत्मा को शांति दे भगवान। शोकाकुल परिजनों को यह असीम दु:ख सहने का संबल प्राप्त हो। भावभीनी श्रद्धांजलि !
शफीकुर्रहमान बर्क की राजनीतिक करियर पर एक नजर
11 जुलाई 1930 को जन्मे शफीकुर्रहमान बर्क ने अपनी राजनीतिक जीवन की शुरुआत भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और किसान नेता चौधरी चरण सिंह के साथ की थी। वो हमेशा मुस्लिम समुदाय की आवाज को उठाते रहे। उन्होंने समाजवादी पार्टी में मुलायम सिंह के साथ मिलकर काम किया। वो समाजवादी पार्टी के फाउंडर मेंबर भी थे।
उन्होंने साल 1996, 1998 और 2004 में सपा पार्टी की ओर से चुनाव लड़ते हुए मुरादाबाद लोकसभा सीट से तीन बार और संभल लोकसभा सीट पर बसपा से 2009 और सपा से साल 2019 में संभल सीट से लोकसभा सांसद चुने गए।