नाराज दुल्हन के परिजनों ने बरात को बंधक बना लिया। करीब 10 घंटे तक बरात बंधक बनी रही। समझौते में साढ़े बारह लाख रुपये मिलने पर लड़की पक्ष शांत हुआ। इसके बाद बरात को बंधनमुक्त किया।
दहेज में क्रेटा की जगह स्विफ्ट कार मिलने पर दूल्हे ने निकाह से इन्कार कर दिया। नाराज दुल्हन के परिजनों ने बरात को बंधक बना लिया। करीब 10 घंटे तक बरात बंधक बनी रही। समझौते में साढ़े बारह लाख रुपये मिलने पर लड़की पक्ष शांत हुआ। इसके बाद बरात को बंधनमुक्त किया।
18 दिसंबर को भोजपुर के गांव कलछीना से अगौता थाना क्षेत्र के गांव बागवाला में बरात आई थी। दावत खाने के बाद दोपहर करीब तीन बजे निकाह पढ़ने के लिए मौलाना पहुंचे तो लड़की पक्ष दान दहेज की लिस्ट पढ़नी शुरू की। दहेज में स्विफ्ट कार मिलने पर दूल्हा बिफर पड़ा। उसने क्रेटा की डिमांड कर दी। मांग पूरी न होने पर निकाह से इन्कार कर दिया।
बात बिगड़ने पर लड़की पक्ष ने बरात को बंधक बना लिया। लड़की पक्ष का कहना था कि जितना निकाह में खर्च हुआ है, उतना पैसा अभी चाहिए। पंचों ने निकाह में साढ़े 17 लाख रुपये का हिसाब लगाया। रात 12 बजे दूल्हे पक्ष ने साढ़े बारह लाख रुपये लौटाए तब जाकर करीब 10 घंटे बाद बरात और दूल्हे को बंधनमुक्त किया गया। संवाद
दूसरे युवक से किया निकाह
कलछीना से आई बरात लौटने के बाद लड़की पक्ष ने पास के ही गांव से बरात बुलाकर बेटी का निकाह करा दिया। सुबह लड़की को विदा कर दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि इस बाबत थाने में कोई तहरीर नहीं आई है।
कार व जेवरात गिरवी रखे
दूल्हे संग पूरी बरात शामियाने के नीचे बैठी रही। वार्ताओं का दौर चलता रहा। तय हुआ तैयारियों में लड़की पक्ष के खर्च हुए साढ़े 17 लाख की लड़का पक्ष भरपाई करे। लड़के पक्ष ने साढ़े 12 लाख रुपये हाथों-हाथ लौटा दिए। पांच लाख की एवज में एक कार और जेवरात गिरवी रख दिया।