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Noida : मार्च तक जुड़ जाएंगी एक्वा और ब्लू लाइन, चार माह से जारी स्काईवॉक का 45 फीसदी काम पूरा

Abhay updhyay
28 Sept 2023 11:02 AM IST
Noida : मार्च तक जुड़ जाएंगी एक्वा और ब्लू लाइन, चार माह से जारी स्काईवॉक का 45 फीसदी काम पूरा
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एक्वा लाइन के सेक्टर-51 और ब्लू लाइन के सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन छह महीने में स्काईवॉक से जुड़ जाएंगे। स्काईवॉक के निर्माण से नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएमआरसी) और दिल्ली मेट्रो (डीएमआरसी) दोनों स्टेशनों से प्रतिदिन यात्रा करने वाले 50 हजार से अधिक यात्रियों को सुविधा मिलेगी। इसका निर्माण कार्य पिछले चार माह से चल रहा है। जिसे पूरा करने की समय सीमा 31 मार्च तय की गई है. अब तक करीब 45 फीसदी काम पूरा हो चुका है.

दरअसल, नोएडा सेक्टर-51 मेट्रो स्टेशन से ग्रेटर नोएडा तक एक्वा लाइन कॉरिडोर और पास से गुजरने वाली ब्लू लाइन कॉरिडोर के बीच करीब 420 मीटर की दूरी है। दोनों स्टेशनों को जोड़ने के लिए कोई साझा मंच नहीं है। कॉरिडोर के निर्माण के दौरान बरती गई लापरवाही के कारण फिलहाल हजारों यात्रियों को मेट्रो बदलने के लिए प्लेटफॉर्म से नीचे उतरकर पैदल जाना पड़ता है। हालांकि, एनएमआरसी ने ई-रिक्शा की व्यवस्था की है। लेकिन वह भी इस समय यात्रियों को सुविधा नहीं दे पा रहा है. इससे यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है. इसके समाधान के लिए नोएडा अथॉरिटी ने स्काईवॉक बनाने की योजना बनाई।

इसका निर्माण कार्य इसी 1 मई से शुरू हो गया है. बेस आदि तैयार करने के बाद स्टील गार्डर आदि लगाए जा रहे हैं। इसी को आधार मानकर स्काईवॉक बनाया जाएगा। स्काईवॉक पूरी तरह से वातानुकूलित होगा। इसकी चौड़ाई 6.3 मीटर है. इसके ट्रैवलर की लंबाई 230 मीटर होगी. इसकी अनुमानित निर्माण लागत लगभग 25 करोड़ रुपये है। इसमें 10.62 करोड़ रुपये सिविल कार्य पर खर्च किये जायेंगे. शेष राशि बिजली व अन्य कार्यों पर खर्च की जायेगी.

एक्वा लाइन विस्तार की डीपीआर भी अटकी

कॉमन प्लेटफॉर्म के अभाव में एक्वा लाइन विस्तार की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) भी रुकी हुई है। इसे केंद्र सरकार के मंत्रालय से मंजूरी नहीं मिल रही है. एनएमआरसी ने कहा है कि स्काईवॉक से समस्या पूरी तरह खत्म हो जाएगी. लेकिन फिलहाल मंत्रालय एनएमआरसी की इस दलील को नहीं मान रहा है. उनकी ओर से कहा गया कि ऐसा विकल्प तैयार किया जाए कि दोनों लाइनें एक कॉमन प्लेटफॉर्म से जुड़ जाएं. हालांकि काफी विचार के बाद भी ऐसी कोई योजना तैयार नहीं हो पाई है. यही कारण है कि विस्तार योजना अटकी हुई है.

आइकिया के प्रोजेक्ट को भी फायदा होगा

सेक्टर-51 और 52 मेट्रो के बीच खाली जगह में आइकिया कंपनी का प्लॉट है। यहां उक्त कंपनी का निर्माण कार्य चल रहा है। कंपनी अगले कुछ सालों में यहां अपना स्टोर खोलेगी. उस समय इस स्काईवॉक के माध्यम से उक्त स्टोर तक जाने की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी. इसे इस तरह से बनाया जा रहा है कि दोनों स्टेशनों से उतरने के बाद यात्री सीधे आइकिया स्टोर पर जा सकेंगे। बीच में लैंडिंग और स्टोर फ्लोर को लिफ्ट आदि के जरिए इससे जोड़ा जाएगा। इस संबंध में एक योजना पहले ही तैयार की जा चुकी है।

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