दिल्ली में कंझावला जैसा कांड: दरिंदगी की हदें पार... सीट बेल्ट में फंसा था हाथ; बदमाशों ने फिर भी न रोकी कार
महिपालपुर में लूट के बाद टैक्सी से चालक बिजेंदर को घसीट कर हत्या करने वाले दोनों आरोपी अभी मेरठ में ही हैं। दिल्ली पुलिस उन्हें कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर लेगी। उसके बाद दिल्ली लेकर आएगी। दिल्ली पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली लाकर उन्हें कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। दिल्ली पुलिस अधिकारी आरोपियों से पूछताछ करने में लगे हुए हैं। आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि उन्हें पता था कि टैक्सी के साथ चालक घिसट रहा है उसके बावजूद आरोपियों ने टैक्सी को नहीं रोका।
दक्षिण पश्चिम जिला टीम और उत्तर प्रदेश पुलिस, मेरठ जिला टीम के संयुक्त अभियान में मेहराज सलमानी (33)और आसिफ(24) को मेरठ से बुधवार रात गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने बिजेंदर की टैक्सी में साकेत से सवारी बनकर बैठे थे।
इनको पता था कि चालक बिजेंदर शाह टैक्सी के साथ घिसट रहा है, उसका हाथ सीट बेल्ट में फंसा था। इसके बावजूद आरोपियों ने टैक्सी नहीं रोकी। आरोपियों का कहना है कि पकड़े जाने के डर से टैक्सी नहीं रोकी थी। दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त लॉ एण्ड ऑर्डर डा. सागरप्रीत हुड्डा ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से लूटी गई बिजेंदर की टैक्सी बरामद कर ली गई है।
दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार वसंतकुंज, नार्थ थाना पुलिस को मंगलवार रात 11.37 बजे पीसीआर कॉल मिली थी कि एनएच-8 की सर्विस रोड पर एक अज्ञात पुरुष का शव पड़ा हुआ है। प्रारंभिक जांच के दौरान मृतक की पहचान फरीदाबाद निवासी बिजेंदर (43) के रूप में हुई।
हत्या का मामला दर्जकर जिला पुलिस उपायुक्त मनोज सी की देखरेख में एसआईटी का गठन किया गया। एसआईटी में स्पेशल स्टाफ प्रभारी इंस्पेक्टर पवन दहिया की देखरेख में एसआई अशोक ,स्पेशल स्टाफ, एसआई महेश ,एएटीएस, एसआई मनीष स्पेशल स्टाफ और एसआई जयवीर एबीसी आदि को शामिल किया गया।
एसआई अशोक की देखरेख में बनी पुलिस टीम को लीड मिली कि आरोपी मेरठ से हो सकते हैं। दिल्ली पुलिस ने मेरठ की पुलिस से सहायता मांगी। इंस्पेक्टर पवन दहिया व एसआई अशोक की टीम ने सीओ कोतवाली अमित राय, थानाध्यक्ष लिसाड़ी गेट जितेंद्र सिंह, एसआई पंकज शर्मा की सहायता से दोनों आरोपी मातावाली गली 2, लोहिया नगर, मेरठ निवासी मेहराज सलमानी पुत्र मेहबूब और शाहजहांपुर निवासी आसिफ पुत्र अनवर को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों ने ऐसे दिया वारदात को अंजाम
दोनों आरोपी सेलेक्ट सिटी मॉल, साकेत से बिजेंदर की टैक्सी में सवारी बनकर आईजीआई एयरपोर्ट के लिए बैठे थे। एनएच-8 पर इन्होंने टैक्सी रूकवा ली। इसके बाद बिजेंदर को नीचे धक्का दे दिया। मगर बिजेंदर का हाथ सीट बेल्ट में फंस गया।
आरोपी टैक्सी को लूटकर भागने लगे। आरोपियों ने खुलासा किया है कि उन्हें पता कि चालक घिसट रहा था। पकड़े जाने के डर से आरोपियों ने टैक्सी नहीं रोकी थी। उन्हें पता था कि पीछे लोग वीडियो बना रहे हैं और उन्हें पकड़ सकते हैं। इन्हें ये भी पता था कि चालक टैक्सी से गिर गया है।
पुलिस आरोपियों तक ऐसे पहुंची
वर्ष 2017 में महिपालपुर इलाके में इसी तरह की वारदात हुई थी। तब भी आरोपियों ने इसी तरह कार लूटी थी। ये आरोपी गिरफ्तार हुए थे। स्पेशल स्टाफ में तैनात एसआई अशोक कुमार को अचानक याद आया कि इस वारदात में मेरठ के वही बदमाश हो सकते है।
इन बदमाशों को डोजियर खंगाला गया। इसके बाद आरोपियों को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया गया। मेहराज सलमानी के खिलाफ पहले से यूपी में चार व दिल्ली में दो अपराधिक मामले दर्ज हैं। आसिफ के खिलाफ यूपी में सात व दिल्ली में दो मामले दर्ज हैं।