ग्रेनो लिफ्ट हादसा: निर्माणाधीन बिल्डिंग में लिफ्ट गिरने से अब तक आठ मजदूरों की मौत, बड़ी लापरवाही सामने आई
ग्रेनो लिफ्ट हादसा: निर्माणाधीन बिल्डिंग में लिफ्ट गिरने से अब तक आठ मजदूरों की मौत, बड़ी लापरवाही सामने आईग्रेनो लिफ्ट हादसा: निर्माणाधीन बिल्डिंग में लिफ्ट गिरने से अब तक आठ मजदूरों की मौत, बड़ी लापरवाही सामने आईग्रेनो लिफ्ट हादसा: निर्माणाधीन बिल्डिंग में लिफ्ट गिरने से अब तक आठ मजदूरों की मौत, बड़ी लापरवाही सामने आईग्रेनो लिफ्ट हादसा: निर्माणाधीन बिल्डिंग में लिफ्ट गिरने से अब तक आठ मजदूरों की मौत, बड़ी लापरवाही सामने आई
लिफ्ट में तकनीकी खामी आने पर पहले भी मजदूरों ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की थी। इसके बावजूद न तो लिफ्ट बदलवाई गई और न ही मरम्मत कराई गई। सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यालय की ओर से सोशल मीडिया पर जारी संदेश में हादसे में हुई जनहानि पर गहरा शोक प्रकट किया गया। एक्स हैंडल संवेदना प्रकट करते हुए घायलों का उपचार कराने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
जानकारी के अनुसार, शनिवार को इलाज के दौरान लिफ्ट ऑपरेटर कन्नौज के छिबरामऊ निवासी कुलदीप पाल, बिहार के असुल मुस्तकीम और अब्दुल मुस्तकीम व अमरोहा के अरबाज अली की मौत हो गई। ग्रेनो वेस्ट के टेकजोन-4 स्थित आम्रपाली के निर्माणाधीन साइट पर मजदूरों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा था। हादसे के कारणों का विभिन्न टीम जांच कर रही हैं। पुलिस की प्राथमिक जांच व मजदूरों से पूछताछ में घोर लापरवाही सामने आई है।
मजदूरों ने बताया है कि जो लिफ्ट हादसे का शिकार हुई वह काफी पुरानी और जर्जर थी। तकनीकी खामी आने पर वह पहले भी खराब हो चुकी थी। इसमें सवार होने पर हादसे और जान जाने का डर सताता रहता था। इसकी जानकारी परियोजना अधिकारियों को भी दी गई थी। लेकिन श्रमिकों की न तो कंस्ट्रक्शन कंपनी और न ही एनबीसीसी अधिकारी ने सुनीं।
मजदूरों का आरोप है कि अधिकारियों ने सुरक्षा के उपकरणों का भी पर्याप्त बंदोबस्त नहीं किया गया था। हादसे के बाद मजदूर हादसाग्रस्त लिफ्ट में तड़पते रहे। उनका कहना है कि चीख पुकार सुनकर पहुंचे अन्य श्रमिकों की मदद से लगभग आधे घंटे बाद उन्हें निकालकर अस्पताल ले जाया गया। मजदूरों का कहना है कि समय पर उपचार मिलता तो शायद चार मजदूरों की जान नहीं जाती।
वीडियो बनाने में लगे रहे कुछ लोग
लिफ्ट गिरने के कारण हुए हादसे के बाद जहां लोग घायलों को बचाने में लगे थे, वहीं कुछ लोग मार्मिक दृश्य का वीडियो बनाने में लगे थे। हादसा स्थल के कुछ इस तरह के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें घायलों की चीखपुकार सुनाई दे रही है। वहीं लोग घायलों को अस्पताल ले जाने के लिए उन्हें उठाने का प्रयास कर रहे हैं।
आम्रपाली ड्रीम वैली परियोजना
आम्रपाली ड्रीम वैली परियोजना में दो फेज हैं। इसमें फेज एक में 884 फ्लैट और 379 विला हैं। दूसरे फेज को आम्रपाली ने साल-2010 में लांच किया था। इस परियोजना का काम वर्ष 2015 में रुक गया था। इसके बाद आम्रपाली ग्रुप एनसीएलटी चला गया। दूसरे फेज में 8302 फ्लैट बनाए जाने हैं। वर्ष 2017 में फ्लैट पर कब्जा नहीं मिलने के कारण खरीदार सुप्रीम कोर्ट की शरण में चले गए थे। नवंबर-2020 में सुप्रीम कोर्ट ने एनबीसीसी को निगरानी के लिए नियुक्त कर दिया गया था। एनबीसीसी की ओर से टेंडर जारी किया गया और अधूरे प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए गिरधारी लाल कंस्ट्रेक्शन को जिम्मेदारी दी गई।
24 घंटों में आश्रितों के खाते में पहुंचेगी सहायता राशि
ग्रेटर नोएडा। आम्रपाली के निर्माणाधीन प्रोजेक्ट ड्रीम वैली फेज-2 में हुए हादसे में जान गंवाने वाले चारों श्रमिकों के परिजन को 25-25 लाख रुपये दिए जाएंगे। वहीं पांचों घायलों को हर संभव इलाज कराया जाएगा। आश्रितों के खाते में 24 घंटे में राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि इनमें पांच-पांच लाख रुपये कोर्ट रिसीवर और 20-20 लाख रुपये एनबीसीसी की ओर से दिए जाएंगे। इसके अलावा घायलों के इलाज की पूरी जिम्मेदारी भी एनबीसीसी पर ही होगी।
नामजद जीएम बोला, दे चुका हूं इस्तीफा
ग्रेटर नोएडा। चार मजदूरों की मौत के मामले में नामजद किए गए गिरधारी कंस्ट्रक्शन के तीनों जीएम के मोबाइल नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की गई। इनमें गिरधारी कंस्ट्रक्शन के जीएम हरियाणा निवासी हरीश शर्मा से बात हो पाई। फोन पर हरीश शर्मा ने कहा कि वह 29 अगस्त को कंपनी को इस्तीफा दे चुके हैं। नोटिस पीरियड के कारण वह बाद में भी साइट पर गए लेकिन दस सितंबर के बाद वे साइट पर नहीं गए हैं। उन्होंने बताया कि हादसे से उनका लेना देना नहीं है। उनके अलावा अन्य जीएम का या तो नंबर स्विच ऑफ मिला या संपर्क नहीं हो पाया। आशंका यह भी है कि इनमें से कुछ पुलिस हिरासत में हाे सकते हैं।
टाइम लाइन
सुबह 8:24 बजे - लिफ्ट गिरी
सुबह 9:14 बजे - घायलों को जिला अस्पताल ले जाया गया
सुबह 10:12 बजे - पुलिस को दी सूचना
शाम 04:45 बजे - केस दर्ज किया गया
सीएम ने जताया शोक, कार्रवाई के आदेश
सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यालय की ओर से सोशल मीडिया पर जारी संदेश में हादसे में हुई जनहानि पर गहरा शोक प्रकट किया गया। एक्स हैंडल संवेदना प्रकट करते हुए घायलों का उपचार कराने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए। वहीं पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना। इसके बाद वह घटनास्थल पर पहुंचीं। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि सुसंगत धाराओं में केस दर्ज कराया गया है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। नामजदों की गिरफ्तारी का प्रयास जारी है। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।