दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवल ने विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात की। मंगलवार की सुबह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सुबह 10 बजे तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से मुलाकात की।
साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों और रणनीति को लेकर दिल्ली में आज विपक्षी गठबंधन इंडिया की बैठक होने जा रही है। यह बैठक दिल्ली के अशोका होटल में होगी। इसी बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवल ने विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात की।
मंगलवार की सुबह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सुबह 10 बजे तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से मुलाकात की। इंडिया गठबंधन की बैठक से पहले अरविंद केजरीवाल ने ममता बनर्जी और उद्धव ठाकरे से पहले ही मुलाकात कर चुके हैं।
इंडिया गठबंधन की बैठक से पहले ममता, उद्धव से मिले केजरीवाल
विपक्षी गठबंधन इंडिया के घटक दलों की बैठक से एक दिन पहले सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी और शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष व महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। ये दोनों नेता इंडिया गठबंधन की बैठक में शामिल होने आए हैं।
आज अपने आवास पर शिवसेना प्रमुख एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री श्री उद्धव ठाकरे जी एवं अन्य शिवसेना नेताओं की मेहमाननवाज़ी का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
ममता बनर्जी के साथ उनके भतीजे और सांसद अभिषेक बनर्जी के साउथ एवेन्यू स्थित आवास पर करीब पौन घंटे तक मुलाकात चली। बैठक से निकले समय केजरीवाल ने कोई टिप्पणी नहीं की। इसके बाद केजरीवाल ने अपने आवास पर शिवसेना नेता उद्धव के अलावा आदित्य ठाकरे, संजय राउत और प्रियंका चतुर्वेदी के साथ बैठक की।
दिल्ली में आज ममता दीदी से शिष्टाचार मुलाक़ात हुई। इस दौरान उनसे देश के राजनीतिक मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
बाद में सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि ममता बनर्जी के साथ शिष्टाचार भेंट में देश के राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा हुई। उन्होंने सोशल मीडिया पर शिवसेना नेताओं के साथ बैठक की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, उन्हें अपने आवास पर इन नेताओं की मेजबानी करने का सौभाग्य मिला है।
जानकारी के लिए बता दें कि इंडिया गठबंधन की बैठक में सीट बंटवारा, न्यूनतम साझा कार्यक्रम, हाल के विधानसभा चुनावों में झटके के बाद भाजपा से मुकाबला करने के लिए संयुक्त रणनीति गठबंधन के सामने मुख्य चुनौतियां हैं। बैठक में इन मुद्दों पर विचार-विमर्श किए जाने की संभावना है।