
छात्रवृत्ति घोटाले में नया मोड़, सहयोग नहीं कर रहे आरोपी

लखनऊ: करोड़ों रुपये के छात्रवृत्ति घोटाले में जांच में असहयोग करने वाले समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण और दिव्यांग कल्याण विभाग के अफसरों को ईडी ने समन भेजा है। इनमें विभागीय अफसरों से लेकर आईएएस, पीसीएस अफसर तक शामिल हैं। पूछताछ में घोटाले में संलिप्तता के साक्ष्य मिलने पर अफसरों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया जाएगा। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक आदेश में कहा है कि रिश्वत की रकम भी मनी लॉन्ड्रिंग के तहत आएगी।
छात्रवृत्ति घोटाले में ईडी ने हाइजिया ग्रुप और अन्य संस्थानों के ठिकानों पर तीन बार छापेमारी की है। छापेमारी में ईडी को ऐसे दस्तावेज मिले, जिनमें घोटालेबाजों और अफसरों की संलिप्तता की बात सामने आई है।
हाइजिया ग्रुप के दो संचालकों व एक कर्मचारी से पूछताछ में भी अफसरों की मिलीभगत का पता चला है। इसी आधार पर ईडी ने तीनों विभागों से जांच से जुड़े दस्तावेज मांगे थे। कई रिमाइंडर के बाद समाज कल्याण विभाग ने तो कुछ दस्तावेज दे दिए, लेकिन अल्पसंख्यक और दिव्यांग कल्याण विभाग ने दस्तावेज नहीं दिए। ऐसे में ईडी ने तीनों विभागों के वरिष्ठ अफसरों को पूछताछ के लिए समन भेजा है।
Trinath Mishra
Trinath Mishra is a senior journalist from Meerut and he has more than 11 years of Print and Digital Media Experience.




