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क्या आपको पता है डेंगू कैसे फैलता है, क्या है इसका कारण व लक्षण, ये है निदान
डेंगू किस कारण होता है?
डेंगू वायरस द्वारा होता है, आम भाषा में इस बीमारी को हड्डी तोड़ बुखार कहा जाता है क्योंकि इसके कारण शरीर व जोड़ों में बहुत दर्द होता है।
डेंगू फैलता कैसे हैं
मलेरिया की तरह डेंगू बुखार भी मच्छरों के काटने से फैलता है इन मच्छरों को ‘एडीज मच्छर’(धारीदार मच्छर) कहते हैं।
डेंगू बुखार के लक्षण
डेंगू बुखार के लक्षण डेंगू बुखार के प्रकार पर निर्भर करता है।
डेंगू बुखार के प्रकार
1) क्लासिकल (साधारण) डेंगू बुखार: क्लासिकल (साधारण )डेंगू बुखार एक स्वयं ठीक होने वाली बीमारी है तथा इससे मृत्यु नहीं होती है लेकिन DHF तथा DSS का तुरंत उपचार शुरू नहीं किया तो वह जानलेवा सिद्ध हो सकता है। इसलिए यह पहचान अत्यंत महत्वपूर्ण है कि साधारण डेंगू बुखार है या DHF अथवा DSS, नीचे दिए गए लक्षणों से इसे पहचान में सहायता मिल सकती है।
क्लासिकल (साधारण) डेंगू बुखार के लक्षण
-ठंड लगने के साथ अचानक तेज बुखार चढ़ना
-सर मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द होना
-आंखों के पिछले भाग में दर्द होना
-अत्यधिक कमजोरी भूख में बेहद कमी और जी मचलना
-मुंह का स्वाद खराब होना
-गले में हल्का सा दर्द होना
-शरीर पर लाल rash/ ददोरे
2) डेंगू हेमोरेजिक बुखार DHF: यदि साधारण डेंगू बुखार के साथ-साथ नाक ,मसूढ़ों से खून आना, शौच या उल्टी में खून आना, त्वचा में काले- नीले रंग का चिकत्ते पड़ने लगे तो DHF होने का शक करना चाहिए।
3) डेंगू शॉक सिंड्रोम DSS: इसमें साधारण बुखार के लक्षण के साथ रोगी होश खोने लगता है, उसकी नाड़ी और ब्लड प्रेशर भी काफी कम हो जाती है।
डेंगू बुखार के लिए जांच
-डेंगू NS1 एंटीजन टेस्ट
-डेंगू के लिए एंटीबॉडी टेस्ट(IgM.IgG)
-RT-PCR परीक्षण
उपचार
- स्वास्थ्य कर्मचारी की सलाह के अनुसार पेरासिटामोल की गोली लेकर बुखार को कम रखें
- रोगी को डिस्प्रिन और एस्प्रिन कभी ना दें
- यदि बुखार 102 डिग्री फारेनहाइट से अधिक है तो बुखार को कम करने के लिए पानी की पट्टी लगाई
- सामान्य रूप से भोजन देना जारी रखें
- हाइड्रेशन: डेंगू बुखार से निपटने के दौरान हाइड्रेटेड रहना महत्वपूर्ण है।
- डॉक्टर के संपर्क में रहे और यदि DHF, DSS के लक्षण दिखे तो अस्पताल में भर्ती हो जाए