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आंवले की चाय रामबाण औषधि ,जाने इसे बनाने की विधि
हेल्थ एंड फिटनेस। स्वाद में खट्टा और औषधीए गुणों से भरपूर आंवला का सेवन सेहत के लिए बेहद लाभदायक माना जाता है। वहीं, इसकी चाय का सेवन किसी रामबाण औषधि से कम नहीं है। जी हां,आंवले की पत्तियों की चाय डायबिटीज से लेकर मोटापा कम करने में मददगार है। आइए आज हम जानते हैं, आंवले की पत्तियों की चाय बनाने की विधि और क्या हैें इसके फायदे।
.आंवले की चाय की विधि:-
एक बर्तन (पैन) में 1,1/2 कप पानी उबालें। फिर इसमें 1 चम्मच आंवला पाउडर, 1/4 सौठ पाउडर, 2-3 पुदीने की ताजी पत्तियां डालकर कम से कम 2 मिनट तक उबालें। जब चाय अच्छी तरह पक जाए तो इसे गैस से उतार लें। अब इसे छानकर शुद्व पुराना गुड़ मिलाकर चाय की तरह पियें।
आंवले की चाय पीने के लाभ:-
डायबिटीज में फायदेमंद:- फाइबर से भरपूर आंवला की चाय खून में शुगर को क्रमिक या धीरे-धीरे रिलीज करती है। इससे शुगर लेवल कंट्रोल रहता है, जो डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद है। वहीं प्रतिदिन इसका सेवन करने से टाइप-2 डायबिटीज नहीं होने देता है।
इम्यूनिटी बढ़ाएं :- एंटीओक्सिडेंट से भरपूर रोजाना 1 कप आंवला की चाय पीने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। इससे ना सिर्फ आप वायरस से बचे रहेंगे बल्कि यह मानसून में होने वाली बैक्टीरियल और वायरल बीमारियों से भी बचाव करेगा।
सर्दी-खांसी से राहत :- इस चाय का सेवन करने से होने वाली सर्दी-खांसी, जुकाम और गले में खराश से भी राहत देता है। साथ ही इसका सेवन वायरल फीवर में भी लाभदायक है।
आंखों के लिए फायदेमंद:- आंवला की चाय मोतियाबिंद, कलर ब्लाइंडनेस, ड्राई आईज सिंड्रोम या कमजोर दृष्टि वालों के लिए भी गुणकारी है। इसके अलावा इससे मानसून में होने वाली एलर्जी की समस्या भी नहीं होती।
फंगल इंफेक्शन :- इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल और एंटी- इंफ्लामेंटरी गुण फंगल व बैक्टीरियल इंफैक्शन को दूर करने में मदद करते हैं।
शरीर (बॉडी) को करे डिटॉक्स:- यह शरीर में मौजूद विषैले टॉक्सिन को बाहर निकालती है जिससे बॉडी डिटॉक्स होती है। इससे आप गंभीर बीमारियों से बचे रहते हैं।
पाचन क्रिया रखे दुरुस्त :- इस चाय का सेवन करने से डाइजेशन सिस्टम भी सही रहता है, जिससे आप कब्ज, एसिडिटी, भूख ना लगना, पेट में इंफेक्शन और दर्द से बचे रहते हैं।
दिल को रखें स्वस्थ :- इससे ब्लड सर्कुलेशन व कोलेस्ट्रॉल लेवल सही रहता है, जिससे आप दिल की कई बीमारियों से बचे रहते हैं। साथ ही इससे खून का थक्का नहीं बनता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा कम होता है।
डिप्रेशन व तनाव :- इससे तनाव, एंग्जायटी और डिप्रेशन जैसी मानसिक परेशानियां दूर रहती है। साथ ही इससे मूड़ भी बेहतर होता है और दिनभर शरीर में एनर्जी भी बनी रहती है।
कैंसर से बचाव:- यह शरीर में मौजूद कोशिकाओं को खराब होने से रोकती है, जिससे कैंसर से बचाव होता है।