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उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बिगड़ा, पहाड़ों पर ऑरेंज और मैदानी इलाकों में बारिश का येलो अलर्ट

Harish Thapliyal
16 Oct 2023 6:50 AM GMT
उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बिगड़ा, पहाड़ों पर ऑरेंज और मैदानी इलाकों में बारिश का येलो अलर्ट
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देहरादून। उत्तराखंड में सोमवार को बारिश होने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग ने पर्वतीय जिलों में बारिश का ऑरेंज और मैदानी क्षेत्र येलो अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाके तक मौसम का मिजाज बिगड़ा रहने की संभावना जताई गई है। वहीं, 17 अक्टूबर को भी उधम सिंह नगर और हरिद्वार जिलों को छोड़कर अन्य सभी जिलों में बारिश है। मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को पर्वतीय जिलों में कहीं-कहीं बिजली चमकने और गर्जन के साथ बारिश हो सकती है। मैदानी क्षेत्रों में भी बारिश होने की उम्मीद है। आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। वहीं, केदारनाथ में सीजन की पहली बर्फबारी होने से तापमान माइनस पर चला गया है। रविवार को केदारपुरी में 2 घंटे तक बर्फबारी हुई, जिससे ठंड काफी बढ़ गई है।

बाबा केदार के धाम में पहुंचे श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतें हुई, लेकिन बर्फबारी के बावजूद श्रद्धालु लाइन से नहीं हटे। भीषण ठंड के बाद भी बाबा के दर्शन के लिए लाइन में डटे रहे। रविवार को केदारनाथ धाम में अधिकतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान माइनस 4 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, बद्रीनाथ की पहाड़ियों पर भी सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। धामों में हो रही बर्फबारी का नजारा देखते ही बन रहा है। आने वाले कुछ दिनों में चार धाम यात्रा मार्ग पर मौसम तीर्थयात्रियों के लिए मुसीबत भी खड़ी कर सकता है।

बारिश और बर्फवारी की स्थिति को देखते हुए मौसम विभाग में यात्रियों को हिदायत दी है कि मौसम का पूर्वानुमान लेकर ही यात्रा पर आएं। थोड़ी सी भी लापरवाही भारी पड़ सकती है। मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह ने तीर्थ यात्रियों से समय से अपने गंतव्य तक पहुंचने की अपील की है। अन्यथा तीर्थयात्रियों की रात सड़क पर भी गुजर सकती है, क्योंकि पर्वतीय क्षेत्रों में रात को वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से प्रतिबंधित है।

केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि घोषित हो चुकी है। दशहरे के अवसर पर बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि भी तय हो जाएगी। माना जा रहा है कि इस एक महीने में भारी संख्या में तीर्थयात्री चारों धामों में दर्शनों के लिए पहुंचेंगे। पोस्ट मानसून सीजन के दौरान होने वाली बारिश से भूस्खलन के खतरे को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार केदारनाथ, बद्रीनाथ के साथ ही गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में तापमान में तेजी से गिरावट का अनुमान है। ऐसे में तीर्थ यात्रियों को सावधानी बरतनी चाहिए और ठंड से बचाव के लिए पूरी तैयारी रखनी चाहिए।

Harish Thapliyal

Harish Thapliyal

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