48 साल के हुए सीएम धामी, पीएम मोदी ने दी बधाई। जानिए ABVP से लेकर सीएम तक का सफर

Update: 2023-09-16 04:31 GMT

उत्तराखंड के सबसे युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आज जन्मदिन है। 16 सितंबर 1975 में पिथौरागढ़ में जन्मे पुष्कर सिंह धामी की मां का नाम विशना धामी है और पिता का नाम शेर सिंह धामी है। उनके जन्मदिन पर पीएम नरेन्द्र मोदी ने भी उन्हें शुभकामनाएं दी।


सीएम धामी का परिवार 

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पिता सेना में सूबेदार पद पर सेवाएं दे चुके हैं। पुष्कर अपनी तीन बहनों के बाद जन्मे इकलौते बेटे हैं। उनकी शादी गीता धामी से हुई और उनके दो बच्चे हैं। उनके राजनीतिक जीवन में पत्नी गीता धामी बढ़चढ़ कर हिस्सा लेती हैं।


सीएम धामी का राजनीति में प्रवेश

पुष्कर सिंह धामी ने साल 1990 में भारतीय जनता पार्टी की स्टूडेंट विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। उस उनके पास विभिन्न जिम्मेदारियां थीं और उन्होंने लखनऊ में राज्य मंत्री के रूप में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय सम्मेलन के आयोजन और संचालन में प्रमुख भूमिका निभाई।


सीएम कोश्यारी के OSD 

सन 2001 में, जब भगत सिंह कोश्यारी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत थे, उन्होंने भगत सिंह कोश्यारी के स्पेशल ड्यूटी पर एक एडवाईजर और ऑफिसर के रूप में कार्य किया।


प्रदेश के युवाओं को दिलाया हक

2002 से 2008 तक, पुष्कर दो बार भाजपा के उत्तराखंड युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे। इस समय, उन्हें यह दावा करने का श्रेय भी दिया गया कि राज्य सरकार को राज्य के उद्योगों में स्थानीय युवाओं के लिए 70 फीसद अवसरों को बहाल करना चाहिए।


खटीमा को बनाई कर्मभूमि

पुष्कर धामी अब तक उधमसिंह नगर की खटीमा सीट से दो बार सफलतापूर्वक चुनाव लड़ चुके हैं। 2012 में उन्होंने खटीमा से अपना पहला चुनाव लड़ा। तब उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार देवेंद्र चंद को 5,394 मतों के अंतर से हराया था।


2017 के चुनाव मिली कड़ी टक्कर

2017 के चुनाव में पुष्कर की जीत का अंतर सिर्फ 2,709 वोटों का था। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, पुष्कर धामी को पिछले विधानसभा चुनाव में 36.92 फीसदी वोट मिले थे और उपविजेता कांग्रेस उम्मीदवार कापड़ी को 33.53 फीसदी वोट मिले थे।

2021 में बने उत्तराखंड के 10वें सीएम

भाजपा ने जब कुछ तकनीकी कारणों से तीरथ सिंह रावत को सीएम पद से हटाया तो पुष्कर सिंह धामी ने जुलाई 2021 में उत्तराखंड के 10वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। 45 वर्ष की आयु में वे उत्तराखंड के सबसे युवा मुख्यमंत्री बने।


खटीमा से हार गए चुनाव

हालांकि इसी साल हुए विधानसभा चुनाव में बड़ उलटफेर हुआ और धामी खटीमा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार भुवन चंद्र कापड़ी से हार गए। बावजूद इसके भाजपा ने उन पर भरोसा जताया और उन्होंने 21 मार्च, 2022 को उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। फिर उन्होंने चंपावत सीट से चुनाव लड़ा और एेतिहासिक मतोें से विजयी हुए


सीएम धामी की दिलचस्प बात 


भाजपा ने जब त्रिवेंन्द्र सिंह रावत को सीएम पद से हटाकर तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपी तो चर्चा यह भी थी कि पुष्कर सिंह धामी को उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। हालांकि तब उन्हें कोई पद नहीं मिला था। दिलचस्प बात ये है कि धामी कभी कैबिनेट तक में नहीं रहे। उन्होंने सीधे सीएम की कुर्सी को सुशोभित किया।



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