Varun Chakaravarthy: चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के लिए मास्टरस्ट्रोक साबित हुए मिस्ट्री स्पिनर, जानें कैसे मिला मौका?

Update: 2025-03-10 16:00 GMT

नई दिल्ली। भारत ने रविवार को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का खिताब जीत लिया और इस ऐतिहासिक जीत में मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती का अहम योगदान रहा। वरुण शुरुआत में भारतीय टीम के 15 सदस्यीय स्क्वाड में शामिल नहीं थे, लेकिन अंतिम समय में बदलाव करते हुए उन्हें टीम में जगह दी गई और यह फैसला मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ। इसके लिए उन्होंने खुद भी काफी मेहनत की।

वरुण चक्रवर्ती: भारत के लिए सबसे सफल गेंदबाज

वरुण चक्रवर्ती ने तीन मैचों में नौ विकेट झटके और गोल्डन बॉल की रेस में न्यूजीलैंड के मैट हेनरी के बाद दूसरे स्थान पर रहे। तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने भी नौ विकेट लिए लेकिन वरुण की सफलता खास इसलिए रही क्योंकि उन्होंने सिर्फ तीन मैच खेले।

दरअसल, वरुण को पहले दो मुकाबलों में खेलने का मौका नहीं मिला, लेकिन जब उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ ग्रुप स्टेज के अंतिम मैच में मौका दिया गया, तो उन्होंने पहली ही पारी में पांच विकेट लेकर कमाल कर दिया। यह किसी भी भारतीय गेंदबाज का चैंपियंस ट्रॉफी के डेब्यू मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। इसके बाद सेमीफाइनल और फाइनल में भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया और भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई।

कैसे मिला चैंपियंस ट्रॉफी में मौका?

चैंपियंस ट्रॉफी से ठीक 10 दिन पहले वरुण को वनडे डेब्यू करने का मौका मिला। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में 14 विकेट लेकर प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब जीता। इसके बाद वनडे सीरीज के दूसरे मैच में 33 साल की उम्र में वनडे डेब्यू किया। उनके शानदार प्रदर्शन के बाद ही उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया।

बता दें, भारत ने न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराकर 2013 के बाद पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता। न्यूजीलैंड ने भारत के सामने 252 रनों का लक्ष्य रखा, जिसे रोहित शर्मा की टीम ने 49 ओवर में 6 विकेट खोकर हासिल कर लिया।

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