संसद के विशेष सत्र के बीच महिला आरक्षण बिल को मिली मंजूरी
संसद के विशेष सत्र के बीच महिला आरक्षण बिल को मिली मंजूरी
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महिला आरक्षण विधेयक को केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी मिलने के बाद मंगलवार को कहा कि यह विधेयक हमारा अपना है. उनकी टिप्पणी सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को आररक्षण प्रदान करने के लिए संविधान संशोधन विधेयक को मंजूरी देने के बाद आई है, यह काम संसद में चल रहे विशेष सत्र में ऐतिहासिक विधेयक पेश करने का मार्ग प्रशस्त हो गया है.
कांग्रेस समिति के बैठक में बिल पारित करने पर बात हुई
हाल ही में कांग्रेस ने दो दिवसीय कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में पार्टी ने सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था से अपने प्रस्ताव में महिला आरक्षण विधेयक को संसद के विशेष सत्र में पारित करने की मांग की थी कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे, लोसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने विशेष सत्र में विधेयक पारित करने की मांग उठाई थी।
एच. डी. देवेगौड़ा ने संसद में सबसे पहले पेश किया था बिल
अगर महिलाओं की बात करें तो इससे पहले भी 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने का विधेयक 1996 में सबसे पहले एच.डी. देवगौड़ा सरकार द्वारा पेश किया गया था 2008 में इस कानून को फिर से पेश किया. यह कानून 2010 में राज्यसभा द्वारा पारित किया गया था, लेकिन यह लोकसभा में पारित नहीं हो सका और 2014 में इसके विघटन के बाद यह समाप्त हो गया था।