टीएस सिंहदेव को मिली बड़ी जिम्मेदारी, लोकसभा जीतने के लिए कांग्रेस कर रही ये तैयारी

By :  SaumyaV
Update: 2023-12-24 05:35 GMT

बैठक के बाद पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि सकारात्मक बातें हुई हैं। विधानसभा चुनाव में हार से सीख लेंगे। सभी गिले-शिकवे काे भूलाकर संगठन को मजबूत करने का काम करेंगे। कार्यकर्ताओं की नाराजगी और लिखित में शिकायत करने के सवाल पर बैज ने कहा कि कोई भी कांग्रेस कार्यकर्ता या पदाधिकारी 28 दिसंबर के बाद कार्यालय आकर अपनी बात रख सकते हैं। 

कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए छत्तीसगढ़ के पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव को घोषणा पत्र समिति के लिए राष्ट्रीय संयोजक नियुक्त किया है। कुछ दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पार्टी ने नेशनल एलायंस कमेटी का सदस्य नियुक्त किया था। अभी कांग्रेस ने घोषणापत्र समिति का गठन करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम को घोषणापत्र समिति का अध्यक्ष और सिंहदेव को संयोजक नियुक्त कर स्पष्ट कर दिया है कि छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व अगले लोकसभा चुनाव में अहम होने वाला है। 

सिंहदेव को घोषणा पत्र समिति का संयोजक

इस सूची में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, कांग्रेस नेता जयराम रमेश, शशि थरूर और प्रियंका गांधी वाड्रा भी शामिल हैं। बतादें कि छत्तीसगढ़ में 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सिंहदेव को घोषणा पत्र समिति का संयोजक बनाया था। सिंहदेव ने ऐसी योजनाएं बनाई कि जनता प्रभावित हुई और कांग्रेस को प्रदेश की 90 में से 68 सीटें मिली थी। इस बार विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस ने कांग्रेस नेता मोहम्मद अकबर को घोषणा पत्र समिति का संयोजक बनाया था और पार्टी को महज 35 सीट ही हासिल हो पाई।

बड़ी जिम्मेदारी के साथ चुनौती भी: सिंहदेव

कांग्रेस के घोषणा पत्र समिति के राष्ट्रीय संयोजक नियुक्त होने पर टीएस सिंहदेव ने नईदुनिया से चर्चा में कहा कि मैं शीर्ष नेतृत्व का कृतज्ञ और आभारी हूं। छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय चुनाव में प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला। मेरे लिए बड़ी जिम्मेदारी के साथ चुनौतीपूर्ण भी है। अभी लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए पर्याप्त समय भी है।

विधानसभा चुनाव में हार के बाद मंथन

विधानसभा चुनाव में हार के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी का मंथन लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा। प्रदेश कार्य समिति की बैठक के दूसरे दिन समीक्षा बैठक में किसी के आंसू निकले तो किसी ने विधायकों की टिकट काटने के लिए गलत सर्वे को जिम्मेदार ठहराया। किसी ने भीतरघात का आरोप लगाया तो किसी ने आला पदाधिकारियों पर हार का ठीकरा फोड़ा गया। कुछ पदाधिकारियों ने सत्ताधारी दल व तीसरे मोर्चे के लिए काम करने की बात रखी। राजीव भवन में आयोजित बैठक में पार्टी के संयुक्त महामंत्री, सचिवों और पूर्व विधायकों ने हार के विभिन्न कारण गिनाए।

प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज व संयुक्त सचिव विजय की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में पूर्व विधायक जिनकी टिकट काटी गई थी। उन्होंने सबसे ज्यादा भड़ास निकाली। कहा कि ऐसा कोई कारण नहीं था कि जिसके लिए उनकी टिकट काटी गई। फर्जी सर्वे रिपोर्ट के आधार पर यह सब किया गया, जबकि इस संबंध में उस समय सीटिंग विधायकों से चर्चा तक नहीं की गई। उल्लेखनीय है कि दो दिवसीय समीक्षा बैठक की शुरूआत 22 दिसंबर को हुई थी। पहले दिन प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई थी। 2023 विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस को 35 सीट से ही संतुष्ट करना पड़ा, जबकि 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने 68 सीटों पर जीत हासिल की थी।

सकारात्मक बातें हुई, शिकायतों की जांच जारी

बैठक के बाद पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि सकारात्मक बातें हुई हैं। विधानसभा चुनाव में हार से सीख लेंगे। सभी गिले-शिकवे काे भूलाकर संगठन को मजबूत करने का काम करेंगे। कार्यकर्ताओं की नाराजगी और लिखित में शिकायत करने के सवाल पर बैज ने कहा कि कोई भी कांग्रेस कार्यकर्ता या पदाधिकारी 28 दिसंबर के बाद कार्यालय आकर अपनी बात रख सकते हैं। भीतरघात और शिकायतों के सवाल पर बैज ने कहा कि गंभीर शिकायतों का परीक्षण कर रहे हैं। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। संगठन को मजबूत बनाने के लिए सभी प्रभारी विधानसभा में जाएंगे साथ ही कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे। प्रदेश मोर्चा, संगठन, प्रकोष्ठ विभाग के अध्यक्षों को भी लोकसभा के लिए तैयारियां शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।

पूर्व विधायक शकुंतला साहू के निकले आंसू

बैठक के दौरान कसडोल की पूर्व विधायक शकुंतला साहू की आंख से आंसू निकल गए। उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि मुझे टिकट करने का उतना मलाल नहीं है, जितना कि मेरे बारें में दुष्प्रचार फैलाया गया। बदनाम किया गया। यदि सर्वे रिपोर्ट के आधार पर टिकट काटी गई तो पूर्व मंत्रियों की रिपोर्ट भी बेहतर नहीं थी। सर्वे रिपोर्ट गलत था। यदि सीटिंग विधायकों की टिकट नहीं कटी होती प्रदेश में फिर से कांग्रेस की सरकार होती।

हार के बाद निकले दिल के गुबार कांग्रेस नेता शिशुपाल

सोरी ने बताया कि बैठक में हार के लेकर आंसू भी छलके। दिल के गुबार भी निकले। अब हमें सारी बातें भूलकर लोकसभा की तैयारी करनी है। पूर्व विधायकों की टिकट नहीं कटी होती तो फिर से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती। कांग्रेसी नेता चंद्रदेव राय ने भी इस बात समर्थन किया कि पूर्व विधायकों की टिकट कटने से पार्टी को काफी नुकसान हुआ।

भाजपा ने कहा-अंतकर्लह खुलकर सामने

कांग्रेस की समीक्षा बैठक पर भाजपा ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस में अंतकर्लह खुलकर सामने आ रहा है। भाजपा नेता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेसी नेता एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। सरकार ने जनहित में काम नहीं किया। लोगों में इस बात का गुस्सा रहा।

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