फिर मुख्यमंत्री बनेंगे नीतीश कुमार BJP की मदद से , 2 डिप्टी CM मिलेंगे भगवा पार्टी से बिहार को : सूत्र
बिहार में सियासी घमासान बढ़ता जा रहा है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के फिर से पाला बदलने की अटकलों के बीच बीजेपी और महागठबंधन (RJD, कांग्रेस और लेफ्ट के साथ JDU का गठबंधन) में हलचल तेज हो गई है. सूत्रों के मुताबिक, बताया जा रहा है कि लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की पार्टी RJD से बढ़ी तल्खी के बाद नीतीश कुमार महागठबंधन (Mahagathbandhan) तोड़कर सीएम पद से इस्तीफा दे सकते हैं और दोबारा बीजेपी के साथ जा सकते हैं. इस बीच सूत्रों ने NDTV को बताया कि नीतीश कुमार 28 जनवरी (रविवार) को बीजेपी के समर्थन से सातवीं बार बिहार के सीएम पद की शपथ लेंगे. वहीं, डील के मुताबिक बीजेपी को बिहार में 2 डिप्टी सीएम पद मिलेंगे.
इससे पहले शुक्रवार गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने सीएम, मंत्री, विधायक और अफसरों को टी पार्टी पर बुलाया. सीएम नीतीश कुमार राजभवन पहुंच गए हैं. लेकिन डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और मंत्री तेज प्रताप अभी तक नहीं पहुंचे हैं. इससे पहले गुरुवार को कैबिनेट मीटिंग में भी दोनों नेताओं की तल्खी नजर आई थी.
BJP-JDU ने अपने विधायकों और सांसदों को पटना बुलाया
सूत्रों ने यह भी कहा कि इस समय विधानसभा भंग नहीं की जाएगी. चुनाव भी जल्द नहीं कराए जाएंगे. बिहार में वैसे भी अगले साल चुनाव होना है. लिहाजा समझा जा सकता है कि BJP या JDU जल्दबाजी में नहीं है. फिलहाल फोकस लोकसभा चुनाव पर रहेगा. इस बीच BJP-JDU दोनों ने डील पक्की करने के लिए अपने-अपने सांसदों और विधायकों को पटना बुलाया है.
नीतीश कुमार ने रद्द किए रविवार के सभी कार्यक्रम
सूत्रों ने कहा कि जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार ने 28 जनवरी के लिए अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. रविवार को नीतीश एक सार्वजनिक बैठक को भी संबोधित करने वाले थे, जिसे कैंसिल कर दिया गया है. इससे नीतीश कुमार के फिर से पाला बदलने की अटकलों को और हवा मिल रही है.
JDU को लोकसभा सीटों की देनी होगी कुर्बानी
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बीजेपी में नीतीश कुमार की वापसी के लिए बिहार में JDU को दी जाने वाली लोकसभा सीटों में कटौती की शर्त रखी गई है. 2019 के लोकसभा चुनाव में JDU 17 सीटों पर चुनाव लड़ा और 16 सीटों पर जीत हासिल की, लेकिन बीजेपी के साथ आने के बाद पार्टी को अब 12 से 15 सीटों पर संतोष करना होगा.
जीतन राम मांझी से भी संपर्क कर रही BJP
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और उनकी पार्टी हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (HAM) फिलहाल राज्य में JDU की सहयोगी है और राज्य सरकार का हिस्सा भी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बीजेपी पाला बदलने के लिए जीतन राम मांझी से भी संपर्क कर रही है. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय को यह सौदा कराने का काम सौंपा गया है. मांझी अब तक पशोपेश में रहे हैं, लेकिन वह ये भी कह रहे हैं कि उन्होंने नीतीश के पाला बदलने की भविष्यवाणी की थी. ऐसे में माना जा रहा है कि मांझी महागठबंधन टूटने के बाद वह अकेले लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं या दूसरे किसी गठबंधन में शामिल हो सकते हैं...''
INDIA अलायंस ने भी नहीं हारी उम्मीदें
नीतीश कुमार ने ही लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के मकसद से विपक्षी दलों को एकजुट किया था. विपक्षी दलों के INDIA अलायंस को खड़ा करने का क्रेडिट भी उन्हें दिया जाता है. अब नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ जाने की अटकलों से INDIA अलायंस का झटका जरूर लगा है. लेकिन विपक्षी गठबंधन ने अभी उम्मीदें नहीं खोई हैं. कम से कम सार्वजनिक तौर पर तो ऐसा नहीं दिखता.
राजनीति में किसी के लिए दरवाजे परमानेंट बंद नहीं होते- सुशील मोदी
नीतीश कुमार महागठबंधन छोड़कर बीजेपी में जाएंगे या नहीं, अभी इस बारे में JDU और BJP ने कुछ नहीं कहा है. हालांकि, नीतीश कुमार के पूर्व डिप्टी सुशील कुमार मोदी ने बड़ा बयान दिया है. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने शुक्रवार को कहा, "राजनीति में किसी के लिए दरवाजे परमानेंट बंद नहीं होते. अगर बंद होता है, तो खुलता भी है. राजनीति संभावनाओं का खेल है, कुछ भी हो सकता है."
कांग्रेस विधायक बोले- नीतीश बीजेपी में जाते हैं, तो हैरानी होगी
बिहार में कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने कहा, "हम वेट एंड वॉच की स्थिति में हैं कि आखिर हो क्या रहा है. मुझे नहीं लगता है कि नीतीश कुमार महागठबंधन से अलग होंगे. डेढ़ साल पहले BJP को छोड़कर गए हैं. इंडिया गठबंधन उन्होंने ही शुरू किया. देश और राज्य हित में उन्हें नहीं जाना चाहिए. वो BJP में जाते हैं, तो आश्चर्य की बात होगी. क्योंकि वह कहते थे कि मर जाएंगे, लेकिन BJP में नहीं जाएंगे."