एक परिवार, सियासत दान, मशिकलें साथ नहीं छोड़ती। अब तेजस्वी यादव भी लैंड फॉर जॉब्स मामले में शामिल। क्या है पूरा मसला ?

Update: 2023-09-22 06:59 GMT

एक परिवार, सियासत दान, मशिकलें साथ नहीं छोड़ती। अब तेजस्वी यादव भी लैंड फॉर जॉब्स मामले में शामिल। क्या है पूरा मसला ?

लैंड फॉर जॉब्स मामले में लालू परिवार की मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रही है। दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव समेत 17 अन्य आरोपियों के खिलाफ समन जारी किया है। बता दे सभी को 4 अक्टूबर को कोर्ट में पेश होने को कहा गया है। इससे पहले गुरुवार को CBI ने कोर्ट को बताया कि तीन रेल अधिकारियों के खिलाफ केस चलाने की इजाजत गृह मंत्रालय से मिल गई है। इस मामले में जो तीन अधिकरिय है उनके नाम- मनदीप कपूर, मनोज पांडे और डॉ PL बंकर के खिलाफ मुकदमा चलाने की इजाज़त मिली है. बात करें लालू प्रसाद यादव की तो उन पर केस चलाने की इजाजत पहले ही गृह मंत्रालय ने दे दी है।



क्या है लैंड फॉर जॉब्स का पूरा मामला?

ED क्या कहना है इस पूरे मामले पर?

CBI क्या कह रही है, लैंड फॉर जॉब्स पर?


CBI का आरोप है कि लैंड फॉर जॉब का यह मामला 2004 से 2009 के बीच का है, जब लालू प्रसाद यादव यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे. लालू यादव पर आरोप है कि उनके रेल मंत्री रहते हुए उन्होंने रेलवे में नौकरी दी इसके लिए कोई भर्ती नोटिफिकेशन नहीं निकाला गया था. साथ ही जिन लोगों को नौकरी दी गई उनसे अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन और प्रोपर्टी ट्रासफर की गई। ये प्रोपर्टी पटना, मुंबई जबलपुर, कोलकता, हाजीपुर जयपुर समेत अन्य शहरों में दी गई।



लैंड फॉर जॉब्स मामले में ये पूरी तरह से नया केस है। पुराने केस में पहले ही राजद सुप्रीमो लालू यादव, पूर्व CM राबड़ी देवी, बेटी और सांसद मीसा भारती जमानत पर हैं। इस केस में तेजस्वी यादव को भी शामिल कर लिया गया है। CBI ने 3 जुलाई को तेजस्वी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। वहीं बात करे लालू प्रसाद यादव की तो 12 सितंबर को केंद्र सरकार की ओर से CBI को पूर्व रेल मंत्री लालू यादव पर केस चलाने की अनुमति मिल चुकी है।

ED का कहाना था- 600 करोड़ रुपए का लैंड फॉर जॉब्स घोटाला है।

लैंड फॉर जॉब्स केस में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कहा है कि यह 600 करोड़ का घोटाला है। जांच में पता चला है कि 350 करोड़ रुपए के प्लॉट और 250 करोड़ रुपए के लेनदेन हुए हैं। साथ ही इस मामले में 24 जगह छापे मारे गए। इनमें एक करोड़ कैश मिले थे। बता दें कि रेलवे के विभिन्न जोन में ग्रुप डी की 50% कैंडिडेट्स की भर्ती लालू परिवार के चुनावी क्षेत्रों से हुई है।

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